श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र जकुरा में शुक्रवार शाम को आतंकियों द्वारा पुलिस पार्टी पर किए गए हमले को इस्लामिक स्टेट की एजेंसी ने इसे आईएस का घाटी में पहला आतंकी हमला होने का दावा किया है।Breaking: फिर बिगड़ी पूर्व सीएम की तबियत, आईसीयू में हुए भर्ती!
इस्लामिक स्टेट समर्थित न्यूज एजेंसी ने दावा किया है कि 17 नवंबर को श्रीनगर के जकुरा में हुए आतंकी के पीछे आईएस का हाथ था। आपकों बता दें कि इस हमलें में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक जवान शहीद हो गया था।
जकुरा में हुए आतंकी हमले को आईएस का हमला बताते हुए लिखा है कि कश्मीर में यह हमारा पहला हमला है। हालांकि इस बारे में इस हमले के पीछे IS के हाथ होने की अभी तक कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
शहीद जवान की पहचान इमरान टाक के रूप में हुई थी। जो कि पुलिस विभाग में एसआई के पद पर तैनात था। आपकों बता दें कि जकुरा हमले के बाद आतंकियों ने पुलिसकर्मियों से उनकी बंदूके भी लूटने की कोशिश की थी हालांकि सुरक्षा बलों की तत्परता के चलते उनके मंसूबे कामयाब न हो सके।
हमले के दौरान जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी को भी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। आपकों बता दें कि आईएस घाटी में लगातार अपने पांव पसारने की कोशिश कर रहा है लेकिन सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के चलते वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहा है।
माना जा रहा है कि यह पूरा तामझाम भी घाटी में उनके द्वारा प्रचार प्रसार का हिस्सा हो सकता है। जिससे कश्मीरी युवाओं को बहला-फुसला कर आतंक की राह पर ले जाने पर वह कामयाब हो सकें।
आपकों बता दें कि इससे पहले भी घाटी का एक फुटबॉल खिलाड़ी लश्कर में शामिल हो गया था हालांकि उसने एक सप्ताह बाद ही आतंक को अलविदा कहते हुए सेना के सामने सरेंडर कर दिया था।