मौसम के बदले मिजाज ने रविवार देर रात अवध के कई जिलों में जमकर कहर ढाया। तेज आंधी तूफान के चलते बलरामपुर के महाराजगंज थाना क्षेत्र में मस्जिद की मीनार गिर जाने से मां-बेटे की मौत हो गई। वहीं, अमेठी में नीम का पेड़ गिर गया, जिसकी चपेट में आकर एक वृद्धा ने दम तोड़ दिया। महाराजगंज तराई क्षेत्र के ग्राम दुल्हिन डीह पुरे बख्श में मस्जिद है। इसमें 75 फुट ऊंटी मीनार थी। मस्जिद के बगल ही वसीम का कच्चा घर है। वह मुंबाई में काम करता है, जबकि उसकी यहां पत्नी अमीरुन निशा (30) तीन बच्चों के साथ रहती थी।
महाराजगंज तराई क्षेत्र के ग्राम दुल्हिन डीह पुरे बख्श में मस्जिद है। इसमें 75 फुट ऊंटी मीनार थी। मस्जिद के बगल ही वसीम का कच्चा घर है। वह मुंबाई में काम करता है, जबकि उसकी यहां पत्नी अमीरुन निशा (30) तीन बच्चों के साथ रहती थी।
रविवार रात अमीरुन अपने बच्चों के साथ छप्पर के नीचे सो रही थी। देर रात 12 बजे के करीब आए तेज आंधी-तूफान के दौरान मस्जिद की मीनार अचानक भरभरा कर उसके घर के छप्पर पर ढह गई।
इसके मलबे में मां और तीनों बच्चे दब गए। तेज आवाज सुनकर लोग दौड़े। पुलिस को भी खबर की गई। किसी तरह सबको मलबे से बाहर निकाला गया लेकिन तब तक अमीरुन और दो साल के बेटे मोईन की मौत हो चुकी थी। वहीं, आठ साल की बेटी सना और छह साल का मोहसिन गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
जिलाधिकारी समेत अन्य प्रशासनिक अफसरों ने भी मौके का जायजा लिया है। पुलिस ने मुंबई में रह रहे वसीम को खबर देने के बाद मां-बेटे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
आसपास के लोगों ने बताया कि मस्जिद 12-14 साल ही पुरानी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके बाद मुआवजा तय किया जाएगा।
वहीं, अमेठी के गौरीगंज थाना क्षेत्र के कौहार गांव निवासी राजेंद्र प्रसाद तिवारी की पत्नी राजकुमारी (60) रविवार रात छप्पर के नीचे सो रही थी। देर रात आंधी के दौरान आंगन में लगा नीम का पेड़ टटूकर छप्पर पर गिर गया, जिसकी चपेट में आकर राजकुमारी की मौत हो गई।
इसके अलावा श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा समेत अन्य जिलों में भी आंधी के कारण कई जगह पेड़ गिर गए। श्रावस्ती में हाईवे पर लगा बोर्ड धराशायी हो गया।
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
						
					 
						
					