बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफाएमएल) के मुताबिक, महंगाई बढ़ने का जोखिम खत्म हो चुका है। मार्च में महंगाई दर 4.2 फीसदी पर रहने की संभावना है, जो दिसंबर में 5.2 फीसदी से कम तथा आरबीआई के 2-6 फीसदी के लक्ष्य के दायरे में है।
चार माह के निचले स्तर पर महंगाई दर
फरवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई दर चार महीने के निचले स्तर 4.44 फीसदी पर रही। आरबीआई खुदरा महंगाई को ध्यान में रखते हुए मौद्रिक नीति तय करता है।
बोफाएमएल ने कहा कि मानसून सामान्य रहने पर खाद्य मुद्रास्फीति नियंत्रित रह सकती है।
अच्छे मानसून की उम्मीद
इसके अलावा, बजट 2018 में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी का खाद्य मुद्रास्फीति पर सीमित असर होगा, क्योंकि संशोधित एमएसपी अधिकांश खरीफ फसलों के लिए बाजार मूल्य से नीचे है। इसकी पूरी संभावना है कि सामान्य मानसून साल 2018 की दूसरी छमाही में खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखेगा।
केंद्रीय बैंक की अगली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक पांच अप्रैल को होनी है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर मानसून सामान्य रहा तो अगस्त में मुख्य ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती हो सकती है।