कानपुर के कल्याणपुर और जूही थाना क्षेत्रों में बवाल के बाद से भारी फोर्स तैनात कर दिया गया है। जुलूस के दौरान कुछ अराजक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। कई बार कुछ युवक मंदिर के सामने से निकले और नारेबाजी की। रविवार सुबह सात बजे रावतपुर पुराना डाकघर वाली गली स्थित सिद्धेश्वर मंदिर के पास लगे एक धार्मिंक कार्यक्रम का पोस्टर व बैनर फाड़ दिया।148वीं जयंती पर बापू को याद कर रहा है पूरा देश, राष्ट्रपति-PM ने राजघाट जाकर दी श्रद्धांजलि…
विरोध करने पर संप्रदाय विशेष के कुछ लोगों ने वहां रहने वाले धर्मेंद्र सिंह उर्फ बच्चू की साइबर कैफे की दुकान व घर पर पथराव और तोड़फोड़ की। इसके बाद दोनों संप्रदाय के लोगों भिड़ गए। दोनों तरफ से पुराना डाकघर वाली गली से बर्तन वाली गली तक ईंट-पत्थर चले। दोनों पक्ष के लोगों ने एक-दूसरे को दौड़ा कर पीटा।पथराव में दोनों पक्षों के पांच लोगों को चोट आई है। सभी को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
इधर, नाराज हिन्दूवादी संगठनों के लोगों और इलाकाई लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन लोगों ने मंदिर परिसर में राज्य सरकार पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ लोगों ने मंदिर परिसर से बाहर आने निकालने का प्रयास किया। एसपी पश्चिम ने पुलिसकर्मियों की मदद से भीड़ को रोकने की कोशिश की। इस पर किसी शरारती तत्वों ने पुलिस पर एक पत्थर उछाल दिया। पत्थर एक दरोगा के हाथ पर लगा।
इसके बाद पुलिसकर्मी आपे से बाहर हो गए। एसपी की अगुवाई में पुलिसकर्मियों ने मंदिर परिसर में घुसकर लाठियां चलाई। वहां बैठे लोगों को दौड़ाकर पीटा। कुर्सियां और मेज पलट दी। रामलीला कमेटी और दुर्गा पूजा समिति के लोगों ने खुद को बचाने के लिए कमरे में बंद कर लिया।पुलिसकर्मियों ने धक्का देकर दरवाजा खोल दिया। कमरे में घुसकर सभी लोगों पर जमकर लाठियां बरसाई।लाठीचार्ज में 12 से ज्यादा लोगों को चोट आईं हैं। किसी का सिर फटा है, तो किसी का हाथ टूटा है। बवाल के मद्देनजर रावतपुर और आसपास के क्षेत्र की दुकानें बंद हो गई। क्षेत्र का माहौल कर्फ्यू जैसा हो गया।
बवाल के बाद एसएससी, डीएम, सीडीओ समेत तमाम पुलिस व प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे। पूरे इलाके में पैदल मार्च कर लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिया। कई जगह से म्यूजिक सिस्टम बंद करा दिए गए। पुलिस ने शिव प्रसाद, अशोक, मोहम्मद शाहिद समेत 10 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।