डीएल के लिए टेस्ट ड्राइविंग की परीक्षा में आवेदकों को अपनी कार नहीं लानी होगी। कार ड्राइविंग का प्रशिक्षण देने वाले संस्थानों की कार से आरटीओ अधिकारी टेस्ट ड्राइविंग लेंगे। इससे एक ओर जहां आवेदकों को राहत हो जाएगी, वहीं लखनऊ में ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय केबाहर जाम का झंझट भी खत्म हो जाएगा। आरटीओ प्रशासन एके सिंह ने बताया कि इस सुविधा से आवेदकों को राहत मिलेगी।
इससे एक ओर जहां आवेदकों को राहत हो जाएगी, वहीं लखनऊ में ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय केबाहर जाम का झंझट भी खत्म हो जाएगा। आरटीओ प्रशासन एके सिंह ने बताया कि इस सुविधा से आवेदकों को राहत मिलेगी।
 इससे एक ओर जहां आवेदकों को राहत हो जाएगी, वहीं लखनऊ में ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय केबाहर जाम का झंझट भी खत्म हो जाएगा। आरटीओ प्रशासन एके सिंह ने बताया कि इस सुविधा से आवेदकों को राहत मिलेगी।
इससे एक ओर जहां आवेदकों को राहत हो जाएगी, वहीं लखनऊ में ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय केबाहर जाम का झंझट भी खत्म हो जाएगा। आरटीओ प्रशासन एके सिंह ने बताया कि इस सुविधा से आवेदकों को राहत मिलेगी।
इसे स्टार्ट करने के लिए परिवहन आयुक्त मुख्यालय स्तर पर बातचीत चल रही है। पहली फरवरी से यह सुविधा आरटीओ कार्यालय में शुरू होने की उम्मीद है। बता दें कि लखनऊ में करीब 30 मोटर ट्रेनिंग स्कूल हैं।
जो रोजाना एक-एक गाड़ी टेस्ट ड्राइविंग केउपलब्ध कराएंगे। उनकी गाड़ी का नंबर आरटीओ कार्यालय में दर्ज होगा। आरटीओ कार्यालय में नई व्यवस्था लागू होने से उन आवेदकों की दिक्कतें बढ़ गई हैं जो जुगाड़ के सहारे बाइक से जाकर चार पहिया गाड़ी का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाते थे।
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