नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली से हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो साल में 4000 लोगों ने मेट्रो के आगे कूदकर जान दी है।
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पिछले तीन दिन के भीतर ऐसे 2 मामले आए, जब मेट्रो ट्रैक पर कूदकर की आत्महत्या करने की कोशिश की गई। पहला मामला 18 फरवरी का है, नई दिल्ली के एम्स मेट्रो स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर किसी व्यक्ति ने छलांग लगा दी थी।
लगातार ऐसे बढ़ते घटनाओं को लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा मिली आंकड़ों से पता चला है कि साल 2015 में 1845 और 2014 में 2015 मामले सिर्फ मेट्रो के सामने कूदकर खुदकुशी करने की कोशिश की गई। लगभग दो सालों में 4000 हजार केस आ चुके हैं।
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ज्यादातर 18 से 30 साल की उम्र के युवा खुदकुशी के लिए मेट्रो के सामने कूदने का प्रयास करते हैं। साल 2014 में 958 और 2015 में 856 युवाओं ने जान देने की कोशिश की। जबकि 30 से 45 के उम्र के लोगों का आंकड़ा कम है। साल 2014 मे 563 और 2015 में 539 लोगों ने मेट्रो के सामने कूदकर जान देने की कोशिश की। वहीं 45 से 60 साल की उम्र के वयस्क और वृद्ध व्यक्तियों का आंकड़ा सबसे कम है। 2014 में 235 लोगों ने मेट्रो के सामने कूदने का प्रयास किया, जबकि 2015 में 172 लोगों ने ऐसा किया।