सीओ ने बताया कि प्रकरण बीते वर्ष जुलाई का है जब भाजपा नेता दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी कर दी थी। इससे नाराज बसपाइयों ने हजरतगंज चौराहा पर सभा आयोजित कर दयाशंकर की पत्नी स्वाति सिंह, बेटी व बहन को अपशब्द कहे थे।
स्वाति सिंह ने 22 जुलाई 2016 को हजरतगंज कोतवाली में बसपा सुप्रीमो मायावती, राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी, प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर, राष्ट्रीय सचिव मेवालाल गौतम, नौशाद अली सहित अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी।
हालांकि, एफआईआर में पॉक्सो एक्ट शामिल नहीं किया गया था। स्वाति सिंह ने इस पर आपत्ति जताते हुए राज्यपाल से मिलकर बसपाइयों के अपशब्दों की सीडी सौंपी। सीडी के विश्लेषण के बाद नसीमुद्दीन को छोड़कर रामअचल राजभर, अतर सिंह रावत, नौशाद अली समेत 22 लोगों पर पॉक्सो एक्ट लगाया गया था। सीओ ने बताया कि जांच के दौरान सभी आरोपियों को पॉक्सो एक्ट के तहत दोषी पाते हुए चार्जशीट तैयार कर दी गई है।