हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने बुधवार को राजस्थान के गुरुसर मोडिया से दस्तावेजों से भरा एक बैग बरामद किया है. पुलिस के मुताबिक, हनीप्रीत ने ही इसे वहां छिपा रखा था. हनीप्रीत उस बैग को गुरुसर मोडिया में छिपाकर पुलिस रेड से पहले ही फरार हो गई थी.Breaking news: कोर्ट के फैसले के बाद जेल से नहीं रिहा होंगे आरुषि के माता पिता…
आपको बता दें कि गुरुसर मोडिया में लगभग 4 घंटे तक चली पूछताछ में हनीप्रीत ने पुलिस को बताया था कि अपने खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद वह 3 दिन यहां लड़कियों के हॉस्टल में छिप कर रही थी. गुरुसर मोडिया से बरामद किए गए बैग को खोलकर उसमें बरामद दस्तावेजों की जांच लगभग पूरी हो चुकी है.
दस्तावेजों की जांच में हनीप्रीत के नाम करोड़ों रुपये की संपत्ति होने की बात पता चली है. इस बैग से पुलिस को जमीन और भवनों की रजिस्ट्रियां बरामद हुई है. इसमें से ज्यादातर हनीप्रीत इंसां के नाम से खरीदी गई हैं.
बैग से कई बैंक खातों के डेबिट कार्ड भी बरामद हुए हैं. इसके अलावा हनीप्रीत से जुड़े कुछ और दस्तावेज, जिनमें उस की शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र भी पाए गए हैं. पुलिस फिलहाल इस बैग से बरामद जमीन और भवनों की रजिस्ट्रियों की कीमत के आकलन में लगी है.
अापको बता दें कि हनीप्रीत इंसां का मोबाइल फोन आखिर पंचकूला पुलिस के कब्जे में आ गया है. विपासना इंसां ने 9 घंटे की पूछताछ के बाद हनीप्रीत का मोबाइल फोन पंचकूला पुलिस की एसआईटी को सौंप दिया है.
पुलिस के तीसरे नोटिस पर पंचकूला के चंडीमंदिर थाने पहुंची विपासना से नौ घंटे तक पूछताछ चली. पुलिस ने विपासना को हनीप्रीत के सामने बिठाकर पूछताछ की. पूछताछ के बाद विपासना को रात करीब 8 बजे थाने से छोड़ा गया. माना जा रहा है कि विपासना ने पुलिस को कई चीजें वेरिफाई की हैं.