एक ओर जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश में अपनी छवि साफ बनाने के प्रयासों में लगे हैं। वहीं, विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार उनकी छवि को धूमिल करने से नहीं चूक रहे हैं।
अखिलेश यादव की छवि
समाजवादी पार्टी के बारे में ये खबरें हमेशा बनी रहती हैं कि इसमें गुंडों और दबंगों की भरमार है। समाजवादी पार्टी से कानपुर कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे पूर्व सांसद अतीक अहमद नए विवाद में फंस गए हैं।
अतीक अहमद पर गुंडई का आरोप
अतीक और उनके साथियों पर इलाहाबाद के नैनी में डीम्ड यूनिवर्सिटी शियाट्स में घुसकर मारपीट, धमकी, गालीगलौज, लूट, अपहरण की कोशिश और दहशत फैलाने का मामला दर्ज हुआ है। इस संबंध में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मामले में अगर अतीक दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। आरोप है कि अतीक अहमद बुधवार शाम इलाहाबाद के नैनी स्थित रीवा रोड पर शियाट्स पहुंचे, जहां उनके लोगों ने शिक्षकों और कर्मचारियों की पिटाई कर दी। इस दौरान मीडिया प्रभारी और सुरक्षा अधिकारी की भी पिटाई की गई।
ख़बरों के मुताबिक़ अतीक अहमद यूनिवर्सिटी प्रशासन पर संस्थान से निकाले गए सैफ अहमद नाम के एक छात्र को बहाल किये जाने व उसके खिलाफ हो रही सारी कार्रवाई रद्द करने का दबाव बना रहे थे। इस मामले में कालेज के प्रोफ़ेसर से मारपीट करने व उन पर हमला करने का आरोप है।
इस मामले से संबंधित एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जबकि आरोपों में घिरे बाहुबली अतीक अहमद ने फोन पर हुई बातचीत में अपनी सफाई पेश करते हुए खुद मारपीट के आरोपों से साफ़ इंकार किया है।
उन्होंने यह भी सफाई दी है कि सीसीटीवी में मारपीट करने वाले जो लोग नजर आ रहे हैं, वह उनके गुर्गे नहीं बल्कि यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स हैं। इलाहाबाद पुलिस इस मामले में जांच के आधार पर कार्रवाई की बात कह रही है।