संसद के मानसून सत्र का आज आठवां दिन है। राज्यसभा में आज विपक्षी सांसदों के हंगामे का मुद्दा उठा। इसके बाद सभापति ने कहा कि कल ऊपरी सदन के लिए बहुत बुरा दिन था। उन्होंने हंगामा करने वाले आठ विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें एक हफ्ते के लिए निलंबित कर दिया है।
यानी वे एक हफ्ते तक सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। इन सांसदों के नाम- डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, राजू सातव, केके रागेश, रिपुन बोरा, डोला सेन, सैयद नजीर हुसैन और एलमरन करीम हैं। निलंबित सांसद सदन से बाहर जाने को तैयार नहीं है जिसके कारण सदन की कार्यवाही नहीं चल पा रही है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने लिखित जवाब में कहा, ‘राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा दर्ज किए गए जेल के आंकड़ों को संकलित करता है और अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘प्रिजन स्टैटिस्टिक्स इंडिया’ में इसे प्रकाशित करता है। नवीनतम प्रकाशित रिपोर्ट वर्ष 2019 की है।’
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि विपक्षी सांसदों को किसी भी विधेयक पर बोलने की अनुमति है लेकिन निलंबित सांसदों को सदन से बाहर जाना होगा।
उपसभापति के आदेश के बावजूद निलंबित सांसद सदन से बाहर जाने को तैयार नहीं हैं और लगातार हंगामा कर रहे हैं। जिसके कारण एक बार फिर सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है।