22 नवम्बर से बंद हो सकते हैं 2000 के नोट; नहीं चलेगी मोदी की रणनीति.. 500-1000 के नोट बैन कर मोदी सरकार 500 और 2000 के नए नोट लेकर आ गई। लेकिन 2000 के नोट से लोग नाखुश मालूम हो रहे हैं। दिल्ली हाईकोर्ट में इसके खिलाफ जनहित याचिका दाखिल की जा चुकी है। याचिकाकर्ता के मुताबिक 2000 रुपए का नोट जारी करना संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। इस याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई के लिए 22 नवंबर की तारीख तय कर दी है।
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इससे पहले भी नए और पुराने नोटों पर तमाम याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं। देश की तीन हाईकोर्ट 500 और 1000 रुपए के नोटों पर पाबंदी के सरकार के निर्णय के खिलाफ दायर याचिकाएं खारिज कर चुकी हैं। मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ, इलाहाबाद हाईकोर्ट और बेंगलुरु हाईकोर्ट ने इन पर तर्क सुनने के बाद इन याचिकाओं को गुण दोष के आधार पर निरस्त कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले में 15 नवंबर को सुनवाई करने वाला है।
दूसरी तरफ, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में केवियट (विरोध याचिका) दायर किया है ताकि नोटों पर पाबंदी के खिलाफ कोई याचिका दायर होने पर उसके पक्ष को सुने बगैर कोई निर्णय न किया जाए। हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट में लगाई गई जनहित याचिका के पीछे संविधान को आधार बनाया गया है, इसलिए माना जा रहा है कि हाईकोर्ट इस मामले में बड़ा फैसला भी सुना सकती है।
उज्जवलप्रभात.कॉम से साभार
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