टीसीएस के राजधानी से जाने की आशंकाओं के बीच आईटी प्रोफेशनल्स और इस क्षेत्र में कॅरिअर बनाने की चाहत रखने वालों के लिए यह खबर खुशखबरी लेकर आई है। एचसीएल टेक्नोलॉजीज लखनऊ ने अपने नए आईटी डिलीवरी सेंटर के लिए भर्तियां शुरू कर दी हैं। अभी अभी: पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता के घर लगी भयकंर आग, चारो तरफ मची अफरा-तफरी…
कुल पांच हजार भर्तियां की जा रही हैं। संस्थान ने चार अगस्त से छह अगस्त के लिए मेगा रिक्रूटमेंट ड्राइव आयोजित की है, जिसमें 800 भर्तियां की जाएंगी।
लखनऊ में एचसीएल ने उत्तर भारत में अपना सबसे बड़ा केंद्र स्थापित किया है। ताजा भर्तियों और तैयारियों के संबंध में एचसीएल टेक्नोलॉजीज के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट व संस्थान के नए कारोबारी कार्यक्रमों के निदेशक संजय गुप्ता ने मंगलवार को ‘अमर उजाला’ को बताया कि पिछले एक वर्ष में उन्होंने 1 हजार आईटी प्रोफेशनल्स की नियुक्तियों का लक्ष्य रखा था।
पर 10 महीने में ही डेढ़ हजार नियुक्तियां की जा चुकी हैं। हैदराबाद में भी एक अभियान चलाकर यहां काम करने के इच्छुक लखनऊ व यूपी के आईटी प्रोफेशनल्स से संपर्क किया गया था। यह पहली मेगा रिक्रूटमेंट ड्राइव है जो लखनऊ में आयोजित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल 1800 की क्षमता का आईटी सेंटर काम करने लगा है। पांच हजार के नए सेंटर की इमारत तेजी से तैयार की जा रही है जहां नए प्रोजेक्ट्स पर काम किया जाएगा।
50 फीसदी फ्रेशर्स को मौका
फ्रेशर्स के लिए छह महीने की ट्रेनिंग होगी। यहां हो रही नियुक्तियां इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट्र एप्लीकेशन डवपलमेंट, प्रोडक्ट इंजीनियरिंग और बीपीओ से जुड़ी हैं।
राजधानी को तवज्जो, 50 फीसदी लड़कियां
अब तक की गई डेढ़ हजार नियुक्तियों में 50 फीसदी लखनऊ के हैं। ज्यादातर फ्रेशर्स हैं। वहीं अनुभव रखने वाले पदों पर हुई नियुक्तियों में भी बड़ी संख्या में लखनऊ व यूपी के आईटी प्रोफेशनल्स जो एचसीएल के साथ दूसरे शहरों में काम कर रहे थे, यहां लाए गए हैं।
दूसरे संस्थानों से भी प्रोफेशनल्स लाए गए हैं। इस दौरान 50 फीसदी लड़कियों की नियुक्ति पर जोर दिया जा रहा है। अभी तक के अनुभवों के आधार पर संजय गुप्ता ने कहा कि यूपी में हुई भर्तियां संस्थान के लिए अपेक्षित क्वालिटी को पूरा कर रही हैं।
उन्होंने कहा, संस्थान के सभी क्लाइंट ग्लोबल हैं, जहां से पिछले एक साल में कोई शिकायत नहीं आई है, ऐसे में समझा जा सकता है कि यूपी के युवाओं की प्रतिभा किसी से कम नहीं।
टीसीएस के लखनऊ के क्षेत्रीय कार्यालय को बंद करने और करीब 2 हजार आईटी प्रोफशनल्स की नौकरियां खतरे में पड़ने की खबरों का क्या कोई असर पड़ेगा, इस सवाल पर संजय गुप्ता ने कहा, टीसीएस यह कदम क्यों उठा रही है, यह हमें नहीं पता।
अगर ऐसा है भी तो उस असर एचसीएल के लखनऊ में अपना आईटी हब बनाने पर कोई असर नहीं होगा। एचसीएल ने करीब तीन साल शोध के बाद लखनऊ को चुना था, ऐसे में उसे यहां अपना बेस बढ़ाने में कोई बाधा नजर नहीं आ रही है। यहां से अच्छा ह्यूमन रिसोर्स मिल रहा है, जो आईटी सेक्टर की बैक बोन है।