लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर आज संकट मोचक बन कर सामने आए। मौका था रोजगार सेवकों को मानदेय देने का।
असल में कोरोना महामारी में रोजगार सेवकों के लिए संकट मोचक बने सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़े मंगल पर 35,818 रोजगार सेवकों को एक क्लिक पर रुपये 225.39 करोड़ का उपहार दिया। बात मानदेय देने तक ही सीमित नहीं रही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोजगारो सेवकों का मानदेय भी बढाया।
जहां पहले इन्हे मात्र 3630 रुपये प्रतिमाह मिलता उसे बढ़ाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब 6000 रुपये प्रतिमाह कर दिया है।
डाइरैक्ट बैंक ट्रान्सफर सिस्टम के तहत मुख्यमंत्री ने रोजगार सेवकों के एकाउंट में सीधे 225.39 करोड़ रुपये का भुगतान दिया।
इन रोजगार सेवकों के माध्यम से यूपी सरकार हर रोज देश में सबसे अधिक 22 लाख मनरेगा श्रमिकों को रोजगार प्रदान करती है।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोजगार सेवकों से अपील की वो मई माह के अंत होते तक प्रतिदिन 50 लाख मनरेगा श्रमिकों को रोजगार दिलाने का लक्ष्य रखें।
सीएम योगी ने इस अवसर पर इन रोजगार सेवकों से अपील की कि वो बढ चढ जरूरतमंदों की सेवा करें और मनरेगा के जरिए जरूरतमंदों को पर्याप्त रोजगार मुहैया कराएं। इससे पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह निर्देशित किया है कि इस वर्ग के लोगों को किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पढे। कोरोना के दस्तक देते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों और अन्य जरूरतमंदों के खातों मे एक हज़ार रुपये का मानदेय ट्रान्सफर करा दिया था। येही नहीं मुख्यमंत्री ने इन श्रमिकों और बाहर से आरहे प्रवासी मजदूरों के लिए सामुदायिक किच्चन और पर्याप्त खाने की व्यवस्था के भी आदेश दिये हैं। कोरोना के दस्तक देते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों और अन्य जरूरतमंदों के खातों मे एक हज़ार रुपये का मानदेय ट्रान्सफर करा दिया था। येही नहीं मुख्यमंत्री ने इन श्रमिकों और बाहर से आरहे प्रवासी मजदूरों के लिए सामुदायिक किच्चन और पर्याप्त खाने की व्यवस्था के भी आदेश दिये हैं।