पटना। बिहार के मद्य निषेध और उत्पाद मंत्री जलील मस्तान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राज्य की राजनीति गर्म हो गई है। इस वीडियो में नीतीश सरकार के मंत्री ने लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर जूते मारने के लिए उकसाने के बाद जूते मरवा दिए और सार्वजनिक मंच से मंत्री ने प्रधानमंत्री को ‘नक्सली’ और ‘डकैत’ बताया। इधर, इस वीडियो के मीडिया में आने के बाद भाजपा ने मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है।
नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर जूते मारने को कहा
नोटबंदी के विरोध में पूर्णिया में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री मस्तान ने तब विवाद पैदा कर दिया, जब उन्होंने वहां एकत्र भीड़ से नोटबंदी के फैसले का विरोध करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर जूते मारने को कहा। इसके बाद कुछ कार्यकर्ता बिना देर किए वहां प्रधानमंत्री की तस्वीर पर जूते मारने लगे।
उल्लेखनीय है कि 22 फरवरी को आयोजित इस कार्यक्रम में जूते मरवाने के बाद भी जब मंत्री का मन नहीं भरा तब उन्होंने प्रधानमंत्री को नक्सली तक कह दिया। मस्तान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “वह प्रधानमंत्री (पीएम) नहीं, नक्सली, उग्रवादी, डकैत हैं, जो लोगों को तरह-तरह से सताते हैं।”
इस मामले को लेकर मस्तान अब सफाई दे रहे हैं। उन्होंने बुधवार को कहा, “मैंने कुछ नहीं कहा, जो किया वहां उपस्थित लोगों ने किया।” इधर, वीडियो के मीडिया में आने के बाद भाजपा ने तेवर कड़े कर लिए हैं। बिहार विधानसभा में भाजपा के सदस्यों ने बुधवार को जमकर हंगामा किया और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की। हंगामे के कारण विधानसभा की कारवाई स्थगित कर दी गई।
भाजपा के विधायक नीतिन नवीन ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्री की बर्खास्तगी नहीं करते तब तक सदन नहीं चलने दिया जाएगा। यह प्रधानमंत्री का नहीं, पूरे देश का अपमान है। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने मस्तान पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की।