मूलभूत सुविधा और सुरक्षित माहौल आमजन का हक है। तमाम सरकारी योजनाएं और निजी स्तर से भी बेहतर करने के लिए प्रयास जारी है। कुछ अच्छे परिणाम भी सामने आ रहे हैं। शहर को विकास के मामले में गति देने, रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए काफी कुछ किया जा रहा है। शहर की सूरत बदलने और भविष्य का उज्ज्वल खाका हर स्तर पर तैयार किया जा रहा है। धीरे-धीरे माय सिटी माय प्राइड के तहत अब अवसर को साधने का प्रयास भी तेज होने लगा है।
शहर की जनसंख्या के हिसाब से यहां मूलभूत सुविधाएं बेशक उपलब्ध न हो, लेकिन बेहतरी का प्रयास हर स्तर पर जारी है। बात इंफ्रास्ट्रक्चर की हो या शिक्षा की या फिर बेहतर सुरक्षित माहौल की। हर स्तर पर लोगों को सुविधाएं प्रदान की जा रही है। बात सरकारी स्तर पर करें तो, तमाम योजनाएं लोगों को सुख-सुविधा बढ़ाने के लिए दी गई। हालांकि लोगों ने अपने स्तर से भी काफी कुछ सुधार किया है। ऐसे तमाम उदाहरण भी मौजूद हैं। शहर को जाम से बचाने के लिए इनर ङ्क्षरग निर्माण की तैयारी यहां शुरू हो चुकी है। ऐसे ही रैपिड और मेट्रो को लेकर भी कवायद तेज है। रोजगार के लिए आईटी पार्क के साथ एक जनपद एक उत्पाद की योजना भी यहां आकार ले रही है। बड़ी योजनाओं की तैयारियां बेहतर भविष्य का संकेत दे रही है।
‘माय सिटी माय प्राइड’ के तहत मेरठ को विकास के रास्ते पर गति देने वाली योजनाओं को लेकर शहर के गणमान्य लोगों के साथ ही उन जिम्मेदार लोगों से भी बात की गई, जो बुनियादी आधारभूत ढांचा दुरुस्त करने में जुटे हैं या फिर मौजूदा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए जिम्मेदार-जवाबदेह हैं।
बड़ी योजनाएं बड़ी तेजी से चल रही हैं
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए रैपिड रेल को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। रैपिड परियोजना पर गाजियाबाद में काम भी शुरू हो चुका है। ऐसे ही ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे भी मेरठ, गाजियाबाद और दिल्ली के बीच यातायात की परेशानी को काफी हद तक कम कर देगा। इनर रिंग रोड पर भी गंभीरता से काम शुरू कर दिया है। संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित कर शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। उड़ान योजना में भी मेरठ शामिल हो और यहां से विमान सेवाएं शुरू हों, इसके लिए सरकार गंभीर है।
– अनीता सी मेश्राम, आयुक्त, मेरठ मंडल
यातायात और रोजगार पर ध्यान देना जरूरी है
बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए हाइवे का चौड़ीकरण, रैपिड रेल आदि शामिल है। शहर की बात करें तो स्वच्छता और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए भी काम कई योजनाएं शुरू की गई है। जिसमें आइटी पार्क का निर्माण तेजी से हो रहा है और नए उद्योगों की स्थापना के लिए भी माहौल बनाया जा रहा है। जिला पहले ही खुले में शोच मुक्त हो चुका है, अब शहरी क्षेत्र को ओडीएफ करने पर ध्यान है। ऐसे ही इनर रिंग रोड और रोहटा रोड से रेलवे रोड तक मिनी बाइपास के निर्माण को लेकर भी गंभीरता से प्रयास किए जा रहे है।
– अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी
…ताकि सुरक्षित माहौल में रह सकें सभी
जाम से निपटने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से तालमेल करके इस समस्या से निपटा जाएगा। स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी आदि में छात्र-छात्राओं को अपराध के प्रति जागरूक किया जाएगा। छेड़छाड़ जैसे अपराध को रोकने के लिए सभी थानों में गठित एंटी रोमियो दल को मजबूत बनाया जाएगा। रंजिशन हत्याओं की रोकथाम के लिए प्लानिंग की जा रही है। सभी अपराधियों का डाटा तैयार किया जा रहा है। फ्लैटों में अकेले रहने वाले बुजुर्ग दंपतियों की सुरक्षा को लेकर आरडब्लूए के अध्यक्ष व उनके सदस्यों से बैठक कर सुरक्षा संबंधी प्लानिंग की जाएगी।
– अखिलेश कुमार, एसएसपी मेरठ
शहर की बदल जाएगी सूरत
तेजगढ़ी चौराहे पर फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव आगे बढ़ाय है। हापुड़ अड्डा और बेगमपुल पर फ्लाईओवर बनाया जाएगा, जब मेट्रो का कार्य शुरू होगा। रिंग रोड का जो भी भाग एमडीए की आवासीय योजना में पड़ रहा है, उसके 3.1 किमी का निर्माण कर लिया गया है। मवाना रोड व किला रोड को लिंक करने के लिए भी रिंग रोड का भाग जल्द निर्मित किया जाएगा। छह पार्क में ओपन मिनी जिम खोला गया है। वाहनों को खड़ा करने की समस्या को देखते हुए भवन निर्माण में स्टिल्ट पार्किंग की व्यवस्था लागू की गई है। रैपिड रेल के लिए 10 करोड़ व मेट्रो की डीपीआर के लिए चार करोड़ रुपये भुगतान किया जा चुका है।