वाशिंगटन। व्हाइट हाउस की अपनी अंतिम प्रेस कांफ्रेंस में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि अमेरिका सभी की योग्यता पहचानता है और उन्हें बराबर अवसर देता है। ओबामा ने देश में नस्लीय विविधता का समर्थन करते हुए कहा कि आने वाले समय में कोई हिंदू भी अमेरिका का राष्ट्रपति बन सकता है तथा इसके अलावा कोई यहूदी या लैटिन भी अमेरिका का राष्ट्रपति बन सकता है।
खुशखबरी: इंडियन रेलवे ने भारतीयों को दिया बड़ा तोहफा, बदला 50 साल पुराना नियम
अपनी विदाई प्रेस कांफ्रेस में ओबामा ने कहा, ‘‘जिस शख्स में काबिलियत होती है, वह अपनी नस्ल और विश्वास को पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाता है। यही अमेरिका की ताकत है और यह अवसर हर व्यक्ति के लिए हैं। उनका यदि हम सभी के लिए अवसर खुले रखते हैं तो वह दिन दूर नहीं है जब हमें एक महिला राष्ट्रपति मिलेगी, हमें एक लैटिन राष्ट्रपति और हमें एक यहूदी, एक हिंदू राष्ट्रपति मिलेगा।’’
ओबामा ने यह जवाब उस सवाल के उत्तर में दिया जिसमें पूछा गया था कि क्या उनके बाद भी कोई और अश्वेत भी राष्ट्रपति पद पर पहुंच सकता है। ओबामा ने कहा, “हकीकत यह है कि हमने सभी को मौका देना जारी रखा है।
चीनी मीडिया ने कहा 10 घंटे में पहुंच जाएंगे दिल्ली, तो लोगो ने जमकर ली फिरकी
ऐसा ही चलता रहा तो जल्द ही अमेरिका को महिला राष्ट्रपति भी मिलेगी भी मिलेगी। मुझे लगता है कि एक वक्त में हमारे पास कई समुदायों के लोग राष्ट्रपति बनने लायक काबिल लोग होंगे। ये तो लोगों को पता भी नहीं होगा कि वे किसे कुर्सी पर बैठाने वाले हैं।”