बीते पांच-छह वर्षों से भीषण कोसी के कटाव की मार झेल रहे प्रखंड की हरियो पंचायत के वार्ड नंबर चार व पांच के कहारपुर गांव में इस बार भी कोसी नदी ने तबाही मचानी शुरू कर दिया है। अब तक कई घर और उपजाऊ जमीन नदी में समा चुके हैं। गुरुवार को निहाल रंजन सिंह, मंजीत सिंह व कृष्ण कन्हैया सिंह आदि का घर नदी में समा गया।
ग्रामीण कहते हैं कि अभी भी यहां ठोस व प्रभावी पहल नहीं की गई है, तो अभी और कई घर कोसी कटाव की भेंट चढ़ सकते हैं। वहीं, कटाव पीड़ित सह ग्रामीण राजलक्ष्मी देवी, सनातन सिंह, सन्नी सिंह, लालचंद शर्मा, प्रकाश शर्मा, पुतुल देवी, हावो देवी व देवांशु कुमार आदि ने बताया कि कटाव की मार के साथ हमलोगों की सरकारी अधिकारियों द्वारा उपेक्षा की जा रही है।
- – कहारपुर में तीन घर नदी में समा गए, लोगों में दहशत का माहौल
- – खेतों में लगी फसलें और उपजाऊ जमीन भी नदी में कटी
- – कटाव पीडि़त बोले-अब तक किसी अधिकारी ने नहीं ली सुध
कटाव पीड़ितों ने कहा कि हमारी सुधि लेने इस बार कोई अधिकारी न कोई कर्मचारी भी नहीं आया है। इधर, गुरुवार को सीओ बलिराम प्रसाद ने बताया वे शुक्रवार को कहारपुर जाएंगे। खरीक प्रखंड के सिंहकुंड, मैरचा व लोकमानपुर में कोसी का तेज कटाव जारी है।
सिंहकुंड में खेतों में लगी फसलों के साथ उपजाऊ जमीन भी तेजी से कोसी में समा रही है। यहां ग्रामीणों को इस बार गांव के कटने का डर अभी से सताने लग गया है, जबकि कुछ दिन पूर्व ही चोरहर कोसी तटबंध में धंसान भी आ गया था। हालांकि, अभी तक बाढ़ प्रभावित इन क्षेत्रों में प्रशासन की तरफ से किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है और न ही मौके पर कोई अधिकारी पहुंचा है। बता दें कि हर साल यहां कोसी कहर मचाती है।