नरेंद्र मोदी भारत को युवाओं का देश कहते हैं लेकिन जब सरकार में भागीदारी की बात आती है तो उनकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बुजुर्ग हो चुके लोगों पर ही भरोसा जताती दिखती है.
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गुजरात में नवगठित विजय रूपाणी की सरकार में कुछ ऐसा ही दिखा. मुख्यमंत्री रूपाणी की अगुवाई में 19 लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली. रूपाणी मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों की औसत उम्र निकाली जाए तो यह 58 साल के करीब बैठती है.
इस मंत्रिमंडल में सबसे युवा मंत्री की उम्र है 36 साल, जबकि उम्रदराज मंत्री की उम्र 69 साल है. खुद रूपाणी की भी 60 के पार हैं और उनकी उम्र 61 साल की है. उनके सरकार में उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल भी 61 बरस के हैं.
रूपाणी के साथ उनके मंत्रिमंडल में शामिल 20 लोगों में से 8 मंत्री 60 के पार हैं तो वहीं 9 लोग 50 के पार हो गए हैं. मंत्रिमंडल में शामिल 2 नेताओं की उम्र 46 बरस है तो एक की उम्र 39 साल है. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा 8 लोग केबिनेट मंत्री बने हैं जिनमें से 5 मंत्री की उम्र 58 से लेकर 67 बरस के बीच है.
मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला चेहरा शामिल है. 58 साल की विभावरी दवे भावनगर ईस्ट से चुनकर विधानसभा पहुंची हैं. वह इससे पहले 2 बार विधायक चुनी गई थीं. साथ ही वह मंत्री बनने से पहले भावनगर में मेयर भी रह चुकी हैं. दवे उन 5 लोगों में शामिल हैं जो पहली बार मंत्री बनी हैं.
देश के संपन्न राज्यों में शामिल गुजरात में सरकार चलाने के लिए रूपाणी सरकार में शामिल लोगों की शिक्षा का सवाल है तो 20 सदस्यीय मंत्रिमंडल में 3 के पास परास्नातक की डिग्री है तो 11 के पास स्नातक की डिग्री है. जबकि 6 मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने स्कूली स्तर की शिक्षा हासिल की है.
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