बरेली: सीएम योगी की लाख नसीहतों के बाद भी पार्टी से जुड़े लोग उग्रता पर उतारू हैं। अब भाजपा नेता की दबंगई की घटना यूपी के बरेली शहर से सामने आयी है। बरेली में नवाबगंज से भाजपा विधायक केसर सिंह गंगवार पर बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की दलेलनगर शाखा के मैनेजर से मारपीट, जबरन गाड़ी में डालकर ले जाकर बंधक बनाने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। घटना से बैंक अधिकारी और कर्मचारी गुस्से में हैं। पीडि़त प्रबंधक ने विधायक और उनके साथियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। हालांकि देर रात तक पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। विधायक ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
पीडि़त मैनेजर हरीश सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया कि बुधवार को वह दलेलनगर शाखा में ग्राहक से फोन पर बात कर रहे थे। दोपहर 3 बजे अचानक नवाबगंज विधायक केसर सिंह गंगवार, दलेलनगर प्रधान प्रेम प्रकाश के साथ पांच छह लोग बैंक में आ पहुंचे। विधायक ने उन्होंने जागन लाल निवासी ग्राम कटिया आत्माराम एवं दलेल नगर के नत्थूलाल के भुगतान के संबंध में पूछा। मैनेजर के मुताबिक उन्होंने विधायक को बताया कि दोनों लोगों पर कर्ज है। वे कर्ज माफी की स्कीम में आते हैं तो इनके बचत खाते में जमा राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। इतना सुनते ही विधायक ने गुस्से में किसानों का तत्काल पेमेंट करने कहा।
इंकार करने पर उन्होंने कथित रूप से गाली-गलौज व मारपीट शुरु कर दी। विधायक के साथ प्रधान प्रेम प्रकाश ने साथियों के साथ मुझे बेरहमी से पीटा। आरोप है कि विधायक और उनके साथी प्रबंधक हरीश को शाखा से घसीटते हुए गाड़ी में डालकर एक बारात घर में ले गए और वहां बांधकर डाल दिया। उनकी शर्ट उतारकर मोबाइल छीन लियाए किसी से बात नहीं करने दी। इसके बाद एक कागज पर जोर जबरदस्ती धमकी देकर या लिखवाया कि खातेदारों किसानों का भुगतान कर दूंगा। इसके बाद विधायक ने मोबाइल वापस कर मैनेजर को छोड़ दिया। उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। घबराए मैनेजर ने तुरंत ही बैंक अधिकारी तुषार नायक एवं भवन स्वामी छत्रपाल गंगवार को सूचना देकर मदद मांगी।
कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पर प्रदर्शन दलेलनगर के शाखा प्रबंधक हरीश के साथ घटना का पता होते ही नवाबगंज, हाफिजगंज, सेंथल, क्योलडिय़ां, धौरेरा, बरखन के साथ बरेली मुख्यालय से बैंक अधिकारी और कर्मचारी नवाबगंज पहुंच गए। बैंक वालों ने पहले आपस में बैठक कर रणनीति बनाई। उन्होंनें प्रदर्शन कर विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। हालांकि देर रात तक नवाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था। वहीं विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोप को गलत बताया है।