लखनऊ ,10 दिसम्बर बंथरा के कुरौनी इलाके में शुक्रवार की शाम एक महिला व उसकी ननद के शव अलग-अलग कमरे में लटकते मिले। मौके पर पहुंची पुलिस का कहना है कि दोनों महिलाओं ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। फिलहाल आत्महत्या के पीछे के कारण का पता नहीं चल सका है। सीओ सरोजनीनगर डीके सिंह ने बताया कि बंथरा के कुरौनी गांव में किसान व मजदूर रामहेत रावत अपने परिवार के साथ रहता है। बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम घर पर रामहेत की पत्नी 30 वर्षीय पुष्पा व बहन 21 वर्षीय आरती मौजूद थीं। पुष्पा के तीनों बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे।

कुछ देर के बाद पुष्पा का एक बच्चा घर पहुंचा और मां को बुलाने लगा। पुष्पा ने जब कोई जवाब नहीं दिया तो वह कमरे पहुंचा पर दरवाजा अंदर से बंद था। यह देख उसने इस बारे में आसपास के लोगों को बताया। खबर मिलते ही गांव के लोग जमा हो गये। लोगों ने किसी तरह कमरे की एक दीवार को तोड़ा और अंदर पहुंचे तो अंदर का मंजर देख लोग सन्न रह गये। कमरे के अंदर पुष्पा का शव फंदे के सहारे लटक रहा था। इस बीच लोगों ने पुष्पा की ननद आरती को तलाशना शुरू किया पर उसको भी कोई पता नहीं चल सका। इस बीच गांव के लोग व परिवार वाले घर के पीछे हाते में बने कमरे में पहुंचे तो देखा की आरती का शव वहां फंदे के सहारे लटक रहा था।
ननद व भाभी की एक साथ मौत की खबर आग की तरह पूरे गांव में फैल गयी। सूचना मिलते ही मौके पर सीओ सरोजनीनगर व बंथरा पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस ने छानबीन के बाद पुष्पा व आरती की मौत को पुलिस ने आत्महत्या बताते हुए दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि पुष्पा व आरती ने अचानक आत्महत्या क्यों कर ली। सीओ सरोजनीनगर ने बताया कि जब परिवार वालों से इस बारे में पूछताछ की गयी तो उन लोगों ने भी किसी पर कोई शक नहीं जताया। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात का पता चल सकेगा कि दोनों महिलाओं की मौत कैसे हुई और उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
एक माह से मायके में रह रही थी आरती सीओ सरोजनीनगर ने बताया कि आरती की बीते 10 जुलाई को विजय नाम के एक युवक से शादी हुई थी। एक माह पहले आरती अपने मायके आयी थी और तब से वहीं रह रही थी। परिवार वालों से बातचीत के दौरान इस बात का पता चला है कि आरती का कहना था कि जब तक उसकी ससुराल में पक्का कमरा नहीं बन जाता है, तब तकवह ससुराल नहीं जायेगी। भाभी पुष्पा को लोगों ने रोते हुए देखा था पुष्पा और आरती की मौत के मामले में छानबीन कर रही पुलिस को आसपास के लोगों से इस बात का पता चला है कि घटना से कुछ समय पहले पुष्पा घर के दरवाजे के बाहर बैठकर चुपचाप रो रही थी।
इस बात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद आरती ने पहले आत्महत्या की और जब पुष्पा ने यह मंजर देखा तो उसने भी आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस भी इस बात का मान रही है कि ननद वभाभी की आत्महत्या के पीछे आपसी विवाद हो सकता है। धर्मेन्द्र नाम के युवक ने दीवार तोड़ी जिस वक्त पुष्पा का बेटा रोते हुए लोगों के पास पहुंचा और बताया कि मां के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है और कोई जवाब नहीं मिल रहा तो वहां लोगों की भीड़ जमा हो गयी। गांव वालों के बीच अकेला धर्मेन्द्र नाम का एक युवक ऐसा निकला जिसने फौरन कमरे की दीवार को तोडऩे का काम शुरू किया और मिनटों में ही उसने दीवार में काफी बड़ा छेद बना दिया और तब जाकर लोग कमरे के अंदर पहुंचा और लोगों को पुष्पा का शव लटकता मिला।