नई दिल्ली: यात्री सुविधाओं के विकास की पटरी पर भारतीय रेलवे ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी है। बीते साल कई बड़ी दुर्घटनाओं के कारण छवि को जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए अब कदम उठाए जा रहे हैं।
फिर लगने वाला है बड़ा झटकाः 1 जनवरी से 2000 के नोट हो जाएंगे…!
आने वाले साल में आप रेलवे में कुछ बड़े बदलावों को महसूस करने की उम्मीद कर सकते हैं। भारतीय रेलवे अगले साल छोटी बड़ी कई सुविधाओं को शुरू कर रही है, जिससे यात्रियों का सफर सुरक्षित और सुकूनदायक रहे।
इन सबके बावजूद अगर यात्री को किसी तरह का नुकसान उठाना पड़ता है तो उसकी वाजिब भरपाई करने की कोशिश भी होगी।आइए जानतें हैं रेलवे अपने पैसेंजर को नए साल में और क्या-क्या सुविधा देने जा रही है…..
अब मुआवजा राशि 4 लाख की बजाय 8 लाख रुपए
रेलवे बोर्ड द्वारा जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक वैध टिकट पर ट्रैवल करने वाले पैसेंजर की ट्रेन एक्सीडेंट में मृत्यु होने पर उसके परिजनों को मिलने वाली मुआवजा राशि 4लाख रुपए की बजाय 8 लाख रुपए होगी। इसके अलावा ट्रेन एक्सीडेंट में अगर किसी व्यक्ति के चेहरे पर गंभीर चोटें आती हैं या एक्सीडेंट के दौरान कोई रेल पैसेंजर दिव्यांग हो जाता है,तो वह भी 8 लाख रुपए की मुआवजा राशि का हकदार होगा। घायलों और मृतकों के परिजनों को ये राशि रेलवेज क्लेम ट्रिब्यूनल (आरसीटी) के जरिए मिलेगी।
ई-टिकट पर 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा फ्री
रेलवे ने प्रत्येक ई-टिकट पर फ्री दुर्घटना बीमा का प्रावधान किया है। पहले रिजर्वेशन कराते वक्त प्रत्येक यात्री से एक रुपए यानी (92पैसा) काट लिया जाता था। लेकिन,रेलवे इसके लिए आपसे अब पैसा नहीं लेगी और यह बीमा आपको अब फ्री में देगी। रेलवे इसके तहतकिसी यात्री की मौत पर उसके परिजनों को10लाख रुपए का बीमा मुआवजा देगी। साथही यात्रा के दौरान अगर ट्रेन हादसे में किसी यात्री की मृत्यु हो जाती है,तो उसके परिजन को‘रेलवे बीमा मुआवजा’ का 10 लाख रुपए और‘एक्सीडेंट मुआवजा’का8लाख रुपए को मिलाकर कुल18लाख रुपए की रकम मिलेगी।
1 अप्रैल से सीनियर सिटीजन के लिए आधार जरूरी
सीनियर सिटीज़न को रियायती टिकट के लिए रेलवे 1अप्रैल,2017 से आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है। अगर वरिष्ठ नागरिक रेलवे किरायों में छूट पाना चाहते हैं या पहले से इसका लाभ ले रहे हैं और इस छूट को आगे भी जारी रखना चाहते हैं,तो उनको अपना आधार कार्ड हर हाल में बनवा लेना चाहिए। क्योंकि,अगले साल से रियायती दर पर ट्रैवलके लिए वरिष्ठ नागरिकों को रिजर्वेशन के दौरान आधार कार्ड उपलब्ध करवाना अनिवार्य हो जाएगा। रेलवे का यह नियम काउंटर से टिकट लेने और ई-टिकट दोनों पर लागू होगा।
रेलवे काउंटर से टिकट पर कैश का झंझट होगा खत्म
डिमोनेटाइजेशन के बाद जहां सरकार अब हर स्तर से कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। वहीं,रेलवे ने भी इसमें अपना योगदान देने के साथ पैसेंजर को कोई असुविधा न हो इसके लिए कदम उठाया है। जिसके तहत रेलवे हर डिविजन में फेज वाइज पीओएस(PoS)मशीनें लगा रही है। ताकि,रेलवे काउंटर से भी डेबिट कार्ड व क्रेडिट कार्ड के जरिए पेमेंट स्वीकार की जा सके। रेलवे देशभर में 10 हजार पॉइंट ऑफ सेल मशीनें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)के साथ मिलकर रेलवे स्टेशनों के समीप टिकट काउंटरों पर लगाएगी जिसकी शुरुआत दिल्ली में शुरू हो गई है।
ट्रेनों के स्लीपर डिब्बों में ज्यादा मोबाइल चार्जिंग पॉइंट
रेलवे ने ट्रेनों के स्लीपर और सामान्य श्रेणी के डिब्बों में अब ज्यादा मोबाइल चार्जिंग पॉइंट की व्यवस्था करने जा रही है। पहले एक डिब्बे में आठ मोबाइल चार्जिंग पॉइंट होते थे,जिनके सॉकेटों की संख्या बढ़ाकर18करने का फैसला किया गया है।