अमेरिका के पूर्व सेनेटर ने दावा किया है कि डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिकी राष्ट्रपति बनना भारत के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. क्योंकि ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंकियों का समर्थन करने पर लताड़ लगाई है.
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एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, पूर्व अमेरिकी सेनेटर लेरी प्रेसलर ने कहा है कि भारत और अमेरिका को साथ मिलकर पाकिस्तान की न्यूक्लियर केंद्रों को तबाह कर देना चाहिए. इसके लिए ट्रंप को पेंटागन को समझाना होगा क्योंकि वह हमेशा पाकिस्तान को बढ़ावा देता है.
उन्होंने कहा कि ट्रंप ने हाल ही में पेंटागन को दलदल बताना एक अच्छा संकेत है इससे हम कुछ बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं. लेरी ने कहा कि सयुंक्त राष्ट्र में पाकिस्तान ने भारत को ‘आतंकवाद की जननी’ बता दिया जो कि उसे बढ़ावा देने का ही नतीजा है.
पूर्व सेनेटर बोले कि अमेरिका को पाकिस्तान को एक आतंकवादी देश घोषित कर देना चाहिए और सभी प्रकार की मदद बंद कर देनी चाहिए. अमेरिका को भारत और पाकिस्तान के साथ एक ही तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए. भारत एक लोकतंत्र है, पर पाकिस्तान नहीं.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और उसकी एजेंसी आईएसआई ने हमसे दशकों तक झूठ बोला है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर अमेरिका पाकिस्तान को मदद ना करता तो शायद वह परमाणु हथियार ना बना पाता.
गौरतलब है कि हाल ही में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने सयुंक्त राष्ट्र में अपने संबोधन की दौरान पाकिस्तान के आतंकवाद के ढोंग की धज्जियां उड़ा दी थी. पाकिस्तान ने भारत पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का झूठा आरोप लगाया था.
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