भारत ने विशाखापट्टनम टेस्ट में अंग्रेजों को धूल चटाते हुए 246 रनों से मैच जीत लिया। इसके साथ ही भारत पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा। भारत के दिए 405 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की पूरी टीम दूसरी पारी में महज158 रनों पर सिमट गई। विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया। भारत ने इसी के साथ पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच मोहाली में 26 दिसंबर से खेला जाएगा।
इंग्लैंड ने अंतिम दिन 87/2 से आगे खेलना शुरू किया। रूट का साथ देने क्रीज पर उतरे। रूट जब 9 रनों पर खेल रहे थे तभी अश्विन की गेंद पर विराट कोहली ने लेग स्लिप में उनका कैच छोड़ा। डकैट बगैर खाता खोले अश्विन की गेंद पर विकेटकीपर साहा को कैच थमा बैठे। अश्विन का यह इस पारी में दूसरा विकेट है। मोईन अली 2 रन बनाकर जडेजा की गेंद को नीचे नहीं रख पाए और बैकवर्ड शॉर्ट लेग से दौड़कर विराट ने उनका आसान कैच लपका।
पहला टेस्ट खेल रहे जयंत यादव ने इसके बाद पहली पारी में अर्द्धशतक लगाने वाले बेन स्टोक्स को बोल्ड कर टीम को महत्वपूर्ण सफलता दिलाई। उनकी तेज और थोड़ी बाहर निकलती गेंद को स्टोक्स समझ नहीं पाए और बोल्ड हो गए। इंग्लैंड की सारी उम्मीदें रूट पर टिकी हुई थी, लेकिन वे मोहम्मद शमी की नीची रहती गेंद को समझ नहीं पाए और एलबीडब्ल्यू हो गए। रूट ने 25 रन बनाए। शमी इतने पर ही नहीं थमे और उन्होंने आदिल रशीद (4) को विकेटकीपर साहा के हाथों झिलवाते हुए मेहमान टीम को सातवां झटका दिया। इस तरह भारत ने पहले सत्र में 5 विकेट झटके।
दूसरे सत्र की शुरुआत में ही अश्विन ने जफर अंसारी को बोल्ड कर मेजबान टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया। अंसारी खाता भी नहीं खोल पाए। जयंत ने लगातार दो गेंदों में 2 विकेट लेते हुए इंग्लैंड की पारी को 158 पर समेटा। जयंत ने स्टुअर्ट ब्रॉड (5) को एलबीडब्ल्यू किया, अंपायर के निर्णय के खिलाफ ब्रॉड ने रिव्यू किया लेकिन फैसला उनके पक्ष में नहीं रहा। इसकी अगली गेंद पर जयंत ने जेम्स एंडरसन के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की। अंपायर ने नकारा तो भारत ने रैफरल का सहारा लिया और इस बार निर्णय भारत के पक्ष में गया और मेहमानों की पारी का अंत हुआ। जॉनी बेयरस्टो 34 रन बनाकर नाबाद रहे। जयंत यादव ने 30 रनों पर 3 और रविचंद्रन अश्विन ने 52 रनों पर 3 विकेट लिए। शमी और जडेजा ने 2-2 विकेट लिए।