सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि सेना को भारत-चीन सीमा पर डोकलाम जैसी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे संकटों के लिए माउंटेन स्ट्राइक कोर को विशेष रूप से गठित किया जा रहा है। इसे 17 कोर का नाम दिया गया है। यह संकट निवारण दस्ते की तरह होगा।बड़ा खुलासा: डेरा प्रमुख के खिलाफ फैसला आने के बाद, हनीप्रीत ने इस शख्स को हिंसा भड़काने के लिए किया था इशारा
यह पूछे जाने पर कि क्या 17 कोर का गठन चीन से मुकाबले के लिए हो रहा है तो सेना प्रमुख ने कहा कि हम यह क्यों कहें कि यह किसी के खिलाफ गठित हो रहा है। यह विशेष कोर होगा, जिसका इस्तेमाल जरूरत के हिसाब से होगा। चीन से जुड़ी एलएसी (लाइन ऑफ एचुअल कंट्रोल) पर डोकलाम जैसी स्थिति की आशंका के बारे में रावत ने कहा कि हमें तैयार रहना होगा।
कश्मीर पर रावत ने कहा कि आतंकवादियों के सफाए का अभियान जारी रहेगा। अधिकांश आतंकी अब ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में काम कर रहे हैं और कुछ सरेंडर कर रहे हैं। पाकिस्तान में आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर कभी बंद नहीं हुए। दोबारा सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में सवाल के उत्तर में रावत ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक की तरह अन्य तरीके भी हैं। पठानकोट, उड़ी और नगरोटा हमलों की जांच पूरी हो गई है।