चीन ने बृहस्पतिवार को आशा व्यक्त करते हुए कहा कि उम्मीद है कि भारत और जापान के बीच बढ़ते संबंध शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल होंगे।बैंक मैनेजर से चपरासी तक पर सीबीआई का शिकंजा…
साथ ही जोर देकर यह भी कहा कि दोनों देशों को गठबंधन बनाने की बजाय भागीदारी के लिए काम करना चाहिए।
चीनी विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे भारत दौरे पर हैं और नई दिल्ली व टोक्यो अपने संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं।
भारत-जापान की बढ़ती रणनीतिक भागीदारी पर पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, ‘हम इस बात का समर्थन करते हैं कि क्षेत्रीय देशों को टकराव के बिना संवाद के लिए खड़ा होना चाहिए और गठबंधन की बजाय साझेदारी के लिए काम करना चाहिए।’
वहीं जापान द्वारा भारत को यूएस-2 एयरक्राफ्ट बेचे जाने के सवाल पर चुनयिंग ने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की बैठक खत्म होने के बाद ही वह किसी भी सवाल का जवाब देंगी।