नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) ने बुधवार को हॉटलाइन पर बातचीत की, जिसमें सैनिक का शव क्षत-विक्षत करने का मुद्दा उठा।
मंगलवार को हुई इस घटना के बाद भारतीय सेना ने जबरदस्त कार्रवाई की, जिसके बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने बातचीत की गुजारिश की थी। भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बुधवार शाम 6 बजकर 30 मिनट पर पाकिस्तान के डीजीएमओ से बातचीत की।
पाकिस्तान के डीजीएमओ ने सूचित किया कि एलओसी पर भारत की फायरिंग से पाक में नागरिक हताहत हुए हैं। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि एलओसी के पास नीलम घाटी में भारतीय सैनिकों ने एक बस को निशाना बनाया, जिसमें 4 लोग मारे गए, जबकि सात लोग घायल हो गए। पाकिस्तानी सेना ने यह भी दावा किया है कि एलओसी पर भारत की ओर से की गई फायरिंग में उसके तीन सैनिक मारे गए, लेकिन जवाबी फायरिंग में उसने भारत के सात सैनिक मारने का दावा किया।
हालांकि रक्षा सूत्रों ने पाकिस्तानी सेना के इस दावे का खंडन किया कि उसकी जवाबी कार्रवाई में भारत के सात सैनिक मारे गए। सूत्रों ने कहा कि भारत में शहीद सैनिकों की जानकारी छुपाने की परंपरा नहीं रही है, जबकि पाकिस्तानी सेना भारतीय सैनिकों को मारने के झूठे दावे करती रही है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना के चीफ राहिल शरीफ ने 14 नवंबर को भारत के 11 सैनिक मारने का दावा किया था, भारतीय सेना ने तब भी इसका खंडन किया था।
ले.ज. रणबीर सिंह ने नागरिकों के हताहत होने की बात पर दुख व्यक्त किया, लेकिन जोरदार तरीके से यह भी कहा कि भारतीय सैनिकों की फायरिंग सिर्फ उन्हीं ठिकानों को निशाना बनाकर की गई है, जहां से पाकिस्तान ने भारतीय चौकियों के खिलाफ सीजफायर तोड़ने की शुरुआत की। ले. ज. सिंह ने पाक के डीजीएमओ के सामने इस बात पर चिंता जताई कि उनके यहां से की गई फायरिंग में भारतीय नागरिक और सैनिक हताहत हुए हैं। पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों की घुसपैठ का मुद्दा भी पाकिस्तान के सामने उठाया गया।
मंगलवार को भारत के तीन सैनिक शहीद हुए थे और एक शहीद के शव को क्षत-विक्षत कर दिया गया था। बुधवार को यहां जानकारी दी गई है कि यह काम पाकिस्तान की ओर से आए आतंकवादियों ने किया था। कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने फायरिंग कर आतंकवादियों को कवर दिया था। बुधवार को पाकिस्तान के डीजीएमओ से कहा गया कि वे अपने सैनिकों पर सख्त नियंत्रण रखें ताकि वे गलत गतिविधियों से दूर रहें। इससे एलओसी पर सामान्य स्थिति बहाल हो सकेगी। उन्हें साफ-साफ बता दिया गया कि अगर पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से सीजफायर तोड़ने की कोई भी शुरुआत की गई, पाक या पीओके से आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश की गई तो भारतीय सेना उसका माकूल जवाब देगी।