अपने भारत विरोधी कदम पर मुहर लगाने से ट्रंप प्रशासन एक बार फिर से चूंक गया है. H-4 वीज़ा के तहत मिलने वाले काम के अधिकार को समाप्त करने के लिए ट्रंप सरकार को जो नोटिफिकेशन जारी करना था, उसे जारी करने में सरकार दूसरी बार चूंक गई है. H-4 वीज़ा अमेरिका में काम कर रहे लोगों की पत्नियों को मिलता है. ये वीज़ा इन महिलाओं को अमेरिका में पैसे कमाने का अधिकार देते है.
अमेरिका की होमलैंड सिक्योरिटी ने कोर्ट को मार्च में बताया था कि इससे संबंधित नियम से जुड़ा एक नोटिफिकेशन जून महीने में जारी किया जाएगा. जून के अंत में नोटिफिकेशन नहीं जारी करने को लेकर होमलैंड सिक्योरिटी ने कोई बयान नहीं जारी किया है. अगर ये नोटिफिकेशन जारी हो जाता तो H-1B वीज़ा के तहत अमेरिका में काम कर रहे लोगों की पत्नियों को मिलने वाले H-4 वीज़ा की समाप्ति का सफर शुरू हो जाता. आपको बता दें कि H-4 वीज़ा की शुरुआत पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के कार्यकाल में हुई थी.
होमलैंड सिक्योरिटी के एक अधिकारी ने एक तरफ तो ये कहा है कि ये नोटिफिकेशन कब जारी किया जाएगा उसे लेकर उनके पास कोई अपडेट नहीं है. वहीं, ट्रंप प्रशासन का स्टैंड यही है कि वो इस वीज़ा को किसी हाल में खत्म करके रहेगा. अगर ट्रंप प्रशासन ये फैसला लेता है तो अमेरिका में रह रही करीब एक लाख से ज़्यादा शादी-शुदा भारतीय महिलाएं इससे प्रभावित होंगी.
ट्रंप प्रशासन उस पॉलिसी को रद्द करने का प्लान बना रहा है जिसके तहत भारतीय शादीशुदा महिलाओं को ‘ईएडी’ (Employment Authorization Document) दिया जाता है. इसी के तहत वो अमेरिका में घर आधारित काम करने का अधिकार पाती हैं.
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