लखनऊ: भीम आर्मी ने समुदाय के सदस्यों से सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान मसूद के लिए वोट देने को कहा है। उनके इस ऐलान से बहुजन समाज पार्टी बीएसपी, एसपी और आरएलडी गठबंधन को झटका लग सकता है। भीम आर्मी के मुताबिक यह कदम मायावती के भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के बारे में दिए गए बयान के बाद उठाया गया है।
कुछ दिन पहले ही बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद को भारतीय जनता पार्टी का एजेंट करार दिया था और उन पर दलित वोटों को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। अब भीम आर्मी ने सहारनपुर से कांग्रेस कैंडिडेट इमरान मसूद को समर्थन देने का ऐलान किया गया। मसूद 2014 में सुर्खियों में रहे थे जब उन्होंने नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादास्पद बयान दिया था।
बता दें कि बीएसपी,एसपी,आरएलडी गठबंधन ने सहारनपुर से फजुलर्रहमान को उम्मीदवार बनाया है। यहां से बीजेपी सांसद राघव लखनपाल दोबारा सांसद बनने की मश्क्कत में लगे हैं। देवबंद में रविवार को एक संयुक्त रैली में मायावती ने मुस्लिम मतदाताओं से अपील की थी कि रहमान को एकजुट होकर वोट दें और उनका वोट बंटना नहीं चाहिए।
भीम आर्मी के एक नेता ने आरोप लगाया कि बीएसपी,एसपी कार्यकर्ताओं ने रैली में चंद्रशेखर की तस्वीर लेकर आए कुछ दलितों के साथ मारपीट की और उनके पोस्टर फाड़ दिये। उन्होंने कहा जब कोई भीम आर्मी के समर्थन में नहीं आया, तब मसूद ने उसकी मदद की थी। वह मई 2017 में सहारनपुर में हुए जातीय संघर्ष के बाद दलित संगठन के सदस्यों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों का जिक्र कर रहे थे। कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने पिछले महीने मेरठ के एक अस्पताल में चंद्रशेखर से मुलाकात की थी।