तनाव ऐसी चीज है जो कभी भी किसी को भी हो सकता है। अगर किसी के भी मन में कोई बात बैठ जाती है तो उससे छुटकारा पाना आसान नहीं होता ऐसे में लोग अपना फ्रस्टेशन या तो लोगों पर गुस्सा करके निकालते हैं या फिर कुछ भी खाना शुरू कर देते हैं। आप किचन में जाते हैं और हाथ में जो भी लगा वो खाना शुरू कर देते हैं। ऐसे में ज्यादातर खाने वाली चीजें जंक फूड ही होते हैं। इसे कहते हैं स्ट्रेस ईटिंग यानि किसी कारण विचलित या तनाव में होने पर बेहिसाब कुछ भी और कितना भी खाना।फैशन! अब आप भी ट्राउजर्स का फ्यूजन ट्रैगिंग्स को करें शामिल
इस भूख के कारण बढ़ सकता है वजन
तनाव बढ़ने पर एड्रनल ग्लैंड सक्रिय हो जाती है और शरीर में कॉर्टिसोल नाम का तत्व निकलता है जो भूख बढ़ाता है। लेकिन तनाव से बढ़ने वाली इस भूख के कुछ खतरनाक अंजाम भी हो सकते हैं। एक शोध में पाया गया कि तनाव के कारण ज्यादा खाने वाली महिलाओं के शरीर में कैलोरी और फैट जरूरी मात्रा में कम नहीं हो पाता है। ज्यादा फैट कमर के पास ही इकट्ठा होता है।
तनाव बढ़ने पर एड्रनल ग्लैंड सक्रिय हो जाती है और शरीर में कॉर्टिसोल नाम का तत्व निकलता है जो भूख बढ़ाता है। लेकिन तनाव से बढ़ने वाली इस भूख के कुछ खतरनाक अंजाम भी हो सकते हैं। एक शोध में पाया गया कि तनाव के कारण ज्यादा खाने वाली महिलाओं के शरीर में कैलोरी और फैट जरूरी मात्रा में कम नहीं हो पाता है। ज्यादा फैट कमर के पास ही इकट्ठा होता है।
खराब मूड को और खराब कर सकते हैं ये जंक फूड
अफसोस की बात है कि तनाव में भूख लगने पर हम पौष्टिक चीजें खाने की बजाए चिप्स, आईस्क्रीम जैसे चटर पटर की तरफ बढ़ते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन चीजों में शुगर लेवल ज्यादा होता है जो हमें अच्छा महसूस कराता है। धीरे धीरे हाल यह हो जाता है कि हर बार तनाव कम करने के लिए हम इन्हीं चीजों को खाने के लिए भागते हैं। जो लगो ऐसा कर चुके हैं वो ज्यादा अच्छे से समझते हैं कि इन चीजों को खाने के बाद आखिरकार होता क्या है। इंसान और ज्यादा दुख में बह जाता है। अपनी गलती ढूंढने लगता है या चिढ़चिढ़ा हो जाता है। यानि इन चीजों को खाने से मूड अच्छा होने के बजाए और बुरा हो जाता है।
अफसोस की बात है कि तनाव में भूख लगने पर हम पौष्टिक चीजें खाने की बजाए चिप्स, आईस्क्रीम जैसे चटर पटर की तरफ बढ़ते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन चीजों में शुगर लेवल ज्यादा होता है जो हमें अच्छा महसूस कराता है। धीरे धीरे हाल यह हो जाता है कि हर बार तनाव कम करने के लिए हम इन्हीं चीजों को खाने के लिए भागते हैं। जो लगो ऐसा कर चुके हैं वो ज्यादा अच्छे से समझते हैं कि इन चीजों को खाने के बाद आखिरकार होता क्या है। इंसान और ज्यादा दुख में बह जाता है। अपनी गलती ढूंढने लगता है या चिढ़चिढ़ा हो जाता है। यानि इन चीजों को खाने से मूड अच्छा होने के बजाए और बुरा हो जाता है।
इस आदत से छुटकारा पाना के लिए अपनाएं ये तरीका
ऐसा नहीं है कि स्ट्रेस में होने के कारण लोगों को ये नहीं पता है कि वो इतना तनाव की वजह से ही खा रहे हैं। इसलिए इससे बचने के लिए पहले खुद को शांत करें। खुद से पूछें कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं और आपको क्या चाहिए।
ऐसा नहीं है कि स्ट्रेस में होने के कारण लोगों को ये नहीं पता है कि वो इतना तनाव की वजह से ही खा रहे हैं। इसलिए इससे बचने के लिए पहले खुद को शांत करें। खुद से पूछें कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं और आपको क्या चाहिए।