गोरखपुर, 26 नवंबर। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने गुरुवार सुबह वैदिक मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के बीच गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया। डेढ़ घण्टे मंदिर परिसर में रहने के दौरान उन्होंने भ्रमण कर नाथ संप्रदाय के इस विश्व विख्यात पीठ की विशेषताओं की जानकारी ली। मंदिर की गौशाला में जाकर गाय को गुड़ खिलाया। यहां आकर अभिभूत नज़र आ रहे फ्रांस के राजदूत को मंदिर प्रबंधन ने गीता प्रेस और गोरखनाथ मंदिर की धार्मिक सांस्कृतिक पुस्तकों की भेंट देकर विदा किया।
फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन बुधवार रात गोरखपुर पहुंचे। डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने उनका स्वागत किया। मोहद्दीपुर स्थित एक होटल में रात्रि विश्राम के बाद गुरुवार सुबह 7:25 बजे वह गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के बीच बाबा गोरखनाथ का विधि विधान से दर्शन-पूजन किया। मंदिर की अलौकिक छटा देख वह अभिभूत दिख रहे थे। उन्होंने मंदिर परिसर स्थित सभी देवालयों, अखंड धूनी, ब्रह्मलीन महंतजन की समाधि स्थली पर भी शीश नवाया।
मंदिर परिसर में भ्रमण के दौरान वह महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रदीप राव से पीठ के बारे में जाना। उन्होंने भीम सरोवर समेत तमाम स्थलों पर खुद फ़ोटो भी खींची। मंदिर परिसर स्थित गौशाला में जाकर फ्रांस के राजदूत ने गाय को गुड़ खिलाया। उन्हें इस गौशाला को लेकर मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की गोसेवा और गोवंश को लेकर उनके द्वारा संचालित योजनाओं के बारे के भी जानकारी दी गई। करीब डेढ़ घण्टे मंदिर में रहने के दौरान उन्होंने सूक्ष्म जलपान किया। विदाई के वक्त गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन की तरफ से उन्हें अंग्रेजी और फ्रेंच भाषा में प्रकाशित गीता प्रेस व गोरखनाथ मंदिर की धार्मिक व सांस्कृतिक पुस्तकें भेंट की गईं। इस अवसर उनके साथ डीएम के विजयेन्द्र पांडियन, गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, सचिव द्वारिका तिवारी, गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक ब्रिगेडियर केपीबी सिंह और मंदिर के मीडिया प्रभारी विनय गौतम आदि मौजूद रहे।