अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर आगामी 14 जनवरी को मकर संक्रांति से अयोध्या की ओर जाने वाले व्यावसायिक वाहनों पर प्रतिबंध लग सकता है। इतना ही नहीं, करीब सौ किमी के दायरे में किसी भी भारी वाहन को अयोध्या की ओर जाने नहीं दिया जाएगा।
यह व्यवस्था आगामी 24 जनवरी तक लागू रह सकती है। इस बाबत बनाई गई विस्तृत कार्ययोजना को मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समीक्षा के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान रूट डायवर्जन की विस्तृत कार्ययोजना बनाई गई है।
डीजीपी मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी लगातार इसमें बदलाव कर रहे हैं। इसे अमली जामा पहनाने और अतिथियों के सुरक्षित आवागमन के लिए एडीजी जोन, लखनऊ पीयूष मोर्डिया को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
सूत्रों की मानें तो 22 जनवरी को बड़े पैमाने पर रूट डायवर्ट किया जाएगा। कार्यक्रम के दिन अयोध्या में केवल अतिथियों, प्रशासनिक अधिकारियों और सरकारी कार्य में लगे वाहन ही जिले में प्रवेश कर पाएंगे।
ड्रोन के हमले से भी बचने की तैयारी
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान नभ, जल और थल से पैनी नजर रखी जाएगी। इस दौरान ड्रोन हमले से बचने की रणनीति भी बनाई जा रही है। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एंटी ड्रोन सिस्टम की मदद ली जाएगा।
समारोह के लिए अयोध्या में केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं। करीब 30 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात कर चप्पे-चप्पे की निगरानी हो रही है। सरयू नदी से भी निगरानी की जाएगी। 90 करोड़ रुपये के अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरण भी खरीदे गए हैं।