श्रम विभाग की ओर से कन्या विवाह योजना के तहत सोमवार को बुद्धि विहार में 2754 जोड़ों का विवाह कराया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत दांपत्य सूत्र में बंध रहे वर वधू को बधाई और शुभकामनाओं के साथ की। उन्होंने कहा कि इससे भव्य विवाह का आयोजन हो नहीं सकता। यही सामूहिकता की शक्ति है। यह सामूहिकता की शक्ति है कि आपके विवाह में मुख्यमंत्री, श्रम विभाग, पंचायत राज मंत्री सहित सांसद, विधायक सहित जन प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। आप अपने कार्यक्रम में किसी विधायक या सांसद को आमंत्रित कर तो सकते हैं, उनका पहुंचना संभव नहीं है। पर हमारी सरकार श्रमिकों के श्रम को सम्मान दे रही है। हम सभी की यहां मौजूदगी उनके कार्य को मान्यता प्रदान करना है। यह बताता है कि वे राष्ट्र के निर्माता है। श्रमिकों के योगदान अनमोल है। वे राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान करते हैं। सभी के लिए ऊंचे ऊंचे भवन तैयार किए हैं, पर अपने लिए कुछ भी नहीं कर पाते। अब उनके लिए सरकार कार्य करेगी। उनके बच्चे खानाबदोश जीवन न जीएं इसके लिए हर मंडल मुख्यालय पर अटल आवासीय विद्यालय बनाने जा रहे हैं। जिसमें श्रमिकों के बच्चे निश्शुल्क पढ़ेंगे, रहेंगे और अन्य सुविधाओं का लाभ उठाएंगे। श्रमिक चाहे कहीं कार्य करें, पर उनके बच्चे एक ही स्थान पर रहकर पढ़ाई करेंगे और आगे बढेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड काल खंड में जब लॉकडाउन घोषित किया गया तो श्रमिकों के सामने रोजगार के साथ ही खाने का संकट खड़ा हो गया तो सरकार ने उनका पेट भरने के साथ ही एक एक हजार रुपये की मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपके जीवन की रक्षा के लिए सही समय पर सही निर्णय लिए, जिसका परिणाम है कि हम सामूहिक विवाह कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं और दुनिया कोविड से त्रस्त है। अमेरिका और यूरोप के विकसित देश तबाह हो गए। हमारे प्रदेश में आयोजन हो रहे हैं। यह सब प्रधानमंत्री के सही समय पर लिए गए सही निर्णय का परिणाम है। दुनिया जब कोविड से लड़ रही है। तब हमारे यहां टीकाकरण अभियान चल रहा है। हमारे वैज्ञानिकों ने दो-दो वैक्सीन तैयार कर ली हैं। दुनिया इस सफलता के बाद हमारी ओर देख रही है। यह सामूहिकता की शक्ति है। हमारे सरकार के एजेंडे में किसान हैं, श्रमिक हैं, बेटियां हैं, नौनिहाल हैं और उनका उज्ज्वल भविष्य है।
विरोधियों पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने योजनाओं के बहाने किसान आंदोलन का नाम लिए बिना ही विरोधियों पर निशाना साधा। कहा कि हमें किसान की चिंता है तभी यह आयोजन हो रहा है, तभी किसानों को किसान सम्मान निधि मिल रही है, तभी कृषि बीमा योजना का लाभ मिल रहा है। जबकि कुछ लोगों के एजेंडे में यह सब शामिल नहीं होता। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ऐसे ही नहीं कहा था कि सरकार एक रुपया देती है और उसमें मात्र 15 पैसे ही लोगों तक पहुंच पाते हैं। बाकी 85 पैसे हड़पने वाले अब परेशान हैं, किसानों को गुुमराह कर रहे हैं, उनका काम धंधा बंद हो गया है। विभिन्न योजनाओं का सीधा लाभ लाभार्थी तक जनधन खातों के जरिए पहुंच रहा है। यही कारण है कि अब देश में भ्रम फैलाया जा रहा है। हमारे कार्य सभी देख रहे हैं और लोग समझ भी रहे हैं।
आपके निमंत्रण बांट रहे जिलाधिकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विवाह आयोजन की भव्यता है कि मुख्यमंत्री के साथ इतने सांसद, नेता भी शामिल हुए। आपकी शादी का कार्ड मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी बांट रहे हैं। सरकार बिना भेदभाव कार्य कर रही है। इस सामूहिक विवाह में हो रहे 2754 जोड़ों में 1580 हिंदू, 1063 मुस्लिम 109 बौद्ध्र, एक सिख, एक इसाई हैं।
तैयार कराए गए थे पकवान
इस कार्यक्रम में मेहमानों के आने का सुबह से ही शुरू हो गया था। घराती और बरातियों के लिए पकवान तैयार कराए गए थे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रही। आयोजन में शामिल होने के लिए श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य देर रात को ही मुरादाबाद पहुंच गए थे। इसके अलावा आयोजन मेंं कई अन्य मंत्री और विधायक भी शामिल हुए। सर्किट हाउस के पीछे बुद्धि विहार फेस-दो में निर्माण श्रमिकों की बेटियों की सामूहिक शादी के लिए व्यवस्थाएं की गईंं थी। पिछले पांच दिन से टेंट लगाने का काम चल रहा था। पंडित के अलावा मौलाना और अन्य धर्मों के वैवाहिक कार्यक्रम कराने वाले धर्मगुरु भी पहुंचेे थे। सुबह दस बजे से पहले ही सामूहिक शादी के कार्यक्रम में दूल्हा और दुल्हन का अपने परिवार समेत पहुंच चुके थे। कार्यक्रम स्थल पर खाने की व्यवस्था की गई थी। वीआइपी के लिए खाने का अलग से इंतजाम किया गया था।
बड़ी जिम्मेदारी हो गई पूरी
इस सामूहिक शादी का आम से लेकर खास तक गवाह बने। बेटियों की शादी और निकाह होने पर उनके माता-पिता भी काफी खुश नजर आए। वजह ये थी सरकार की योजना के माध्यम से उनकी एक बड़ी जिम्मेदारी पूरी हो गई। उनका कहना था कि आज उनके सपने पूरे हो गए। बेटियों की शादी माता-पिता की बड़ी जिम्मेदारी होती है, आज काफी सुकून मिला, बेटी ससुराल चली जाएगी।
नव जोड़ों में दिखा गजब का उत्साह
इस सामूहिक शादी में शादी के बंधन में बंधने वाले जोड़ों और निकाह पढ़ने वाले जोड़ों में गजब का उत्साह दिखा। जीवन की नई शुरुआत को लेकर उनके चेहरे पर उमंग साफ नजर आ रहा था। हालांकि एक युवती रानी को कुछ निराश होना पड़ा। दरअसल उसके दूल्हेे को चंडीगढ़ से आना था, ऐन वक्त पर पता चला कि जिस बस से युवक आ रहा था वह बस खराब हो गई है। ऐसे में सज-धजकर वह होने वाले पति के आने की राह देख रही है।