भिंड जिले की गोहद तहसील के कठवां गुर्जर गांव में एक परिवार के सदस्यों ने फांसी लगा ली। जिसमें माता-पिता और बेटे की मौत हो गई। वहीं बेटी की हालत गंभीर होने पर उसे ग्वालियर रेफर किया गया है। फांसी लगाने का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है।
गोहद थाना क्षेत्र के कठवां गुर्जर गांव में रहने वाले 32 वर्षीय धर्मेंद्र पुत्र मान सिंह गुर्जर और उनकी 30 वर्षीय पत्नी अमरेश का शव घर के अलग-अलग कमरों में फंदे पर लटका मिला। पिता के पैरों के पास 12 वर्षीय प्रशांत पड़ा हुआ था और मां के पास 10 वर्षीय मीनाक्षी। दोनों ही बच्चों के गले में रस्सी के निशान दिखाई दे रहे थे। जिसे देखकर ऐसा लग रहा था कि पहले बच्चों का गला घोंटा गया हो और उसके बाद फांसी लगाई गई हो। बता दें कि मृतक धर्मेंद्र सिंह दूध का कारोबार करते हैं। हर रोज सुबह उठकर वह घर के बाहर बनी गुमटी पर बैठते हैं, लेकिन शनिवार की सुबह वह घर के बाहर दिखाई नहीं दिए। वहीं घर में भी शांति पड़ी हुई थी। इसके बाद उनके पड़ोस में रहने वाले परिवार के सदस्य ने जितरवाई सिंह ने इसकी वजह जानने के लिए जब घर के अंदर जाकर देखा तो कमरे के गेट की कुंडी बंद थी। वहीं बच्ची के सिसकने की आवाज सुनाई दे रही थी। इसके बाद उन्होंने आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों को इकट्ठा कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस के निर्देश पर ग्रामीण कमरे के दरवाजे को तोड़कर अंदर दाखिल हुए। जहां कमरे में दोनों दंपत्ती अलग-अलग कमरों में फंदे पर लटके हुए थे। वहीं बच्चे जमीन पर पड़े थे। इसके बाद बच्ची को उपचार के लिए गोहद अस्पताल ले जाया गया। जहां से डाक्टरों ने उसे ग्वालियर रेफर कर दिया। इस मामले की जानकारी मिलते ही घटना स्थल पर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान, गोहद एसडीओपी आरकेएस राठौर सहित छह थानों का फोर्स पहुंच गया। इसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर तीनों शव को पीएम के लिए गोहद अस्पताल भेज दिया।
वर्जन-
फांसी लगाने की वजह से पारिवारिक विवाद हो सकता है। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक है। फिलहाल इस मामले में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। इस मामले की जांच की जा रही है।