बॉर्डर पर तैनात भारतीय सेना के जवान अपने प्राणों को संकट में डालकर देश की रक्षा करते हैं। इन वीर सैनिकों को देश का हर व्यक्ति नमन करता है। लोगों में इनके प्रति कितना सम्मान होता है, इसका नजारा मध्य प्रदेश के नीमच जिले में देखने को मिला, जहां एक फौजी रिटायर होकर लौटा तो गांव लोगों ने उसके पैर जमीन नहीं पड़ने दिया और जमीन अपने हथेलियां विछा दीं। घटना नीमच जिले के जीरन गांव की है।नायक विजय बी सिंह 17 साल बाद सेना से रिटायर होकर बुधवार को घर लौटे, तो गांव वालों ने भव्यता से उनका स्वागत किया।
इससे खुश नायक विजय बी सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा, ‘ यह मेरे लिए बहुत गर्व का क्षण है। आज, मैं सेना को 17 साल और 26 दिनों तक सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हो गया। जब मैं यहां आया, तो उन्होंने मुझे अपना पैर जमीन पर भी रखने नहीं दिया। वे मुझे आशीर्वाद दिलाने के लिए मंदिर भी ले गए।’ वह 3 जनवरी 2004 को भारतीय सेना में शामिल हुए थे और बैंगलोर में प्रशिक्षित हुए। वह जम्मू और कश्मीर, कारगिल, लेह लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जयपुर और बीकानेर में तैनात।
सेना में जाने की चाह रखने वाले गांव के युवाओं को ट्रेनिंग देना चाहते हैं
वे सेना में जाने की चाह रखने वाले गांव के युवाओं को ट्रेनिंग देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इस उद्देश्य के लिए एक ‘सैनिक पाठशाला’ शुरू की है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जीरन गांव के 60 लोग सेना में सेवा दे रहे हैं। इसे लेकर उन्होंने कहा, ‘ मैं जीरन के युवाओं को प्रशिक्षित करना चाहता हूं, जो भारतीय सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और सीमा सुरक्षा बल में शामिल होना चाहते हैं। मैंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इस उद्देश्य के लिए एक ‘सैनिक पाठशाला’ शुरू की है।