महात्मा गाँधी, वो नाम है जिसके बारे में सभी जानते हैं, भारतीय करेंसी पर छपे इस फ्रीडम फाइटर की कहानी कुछ अलग है. भारतीय हिस्ट्री की हर एक किताब में शामिल महात्मा गाँधी के बारे में आप सभी जानते ही होंगे और ये भी जानते होंगे उनकी हत्या नाथूराम गोडसे ने गोली मारकार की थी.यह भी पढ़े:> ‘प्यार और जुनून’ बेशर्मी की इंतेहा, खुलेआम करने लगे सेक्स
आपको बता दें कि ताजा मामला महात्मा गाँधी के हत्यारे को लेकर है क्या महात्मा गांधी का कोई दूसरा हत्यारा भी था? क्या गांधी को चौथी गोली भी मारी गई थी, जिसे नाथूराम गोडसे के अलावा किसी और ने चलाई थी? क्या उनकी मौत के लिए विनायक दामोदर सावरकर को जिम्मेदार ठहराने के पीछे कोई आधार है या नहीं? ऐसे कई सवाल सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका में उठाए गए हैं.
गांधी की हत्या की जांच पर सवाल उठाते हुए इस याचिका में अनुरोध किया गया है कि नया जांच आयोग गठित करके गांधी की हत्या के पीछे की बड़ी साजिश का खुलासा किया जाए. यह याचिका अभिनव भारत, मुंबई के शोधार्थी और न्यासी डॉक्टर पंकज फड़नीस द्वारा दायर किया गया है.
फड़नीस द्वारा दायर इस याचिका में दावा किया गया है कि वर्ष 1966 में गठित न्यायमूर्ति जे एल कपूर जांच आयोग पूरी साजिश का पता लगाने में नाकाम रहा. फड़नीस ने गोडसे और नारायण आप्टे सहित अन्य आरोपियों को दोषी ठहराने के लिए विभिन्न अदालतों द्वारा सही मानी गई तीन गोलियों की कहानी पर भी सवाल उठाए.
गौरतलब है कि आरोपियों को 15 नवंबर 1949 को फांसी पर लटकाया गया था, जबकि सावरकर को सबूतों के अभाव में संदेह का लाभ दिया गया. शीर्ष अदालत में याचिका दायर करने के साथ ही फडनीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर सावरकर के खिलाफ कपूर आयोग द्वारा की गई प्रतिकूल टिप्पणियों को हटाने का अनुरोध किया है.