इंटरनेट आजकल अफवाहें सबसे ज्यादा फैलाई जाती हैं। लेकिन कुछ चीजें ऐसी समाने आ जाती हैं जो दिल खुश कर देती हैं। ऐक ऐसी ही तस्वीर फेसबुक पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में एक मुसलमान नजर आ रहा है जोकि महादेव के मंदिर में सेवा करता नजर आ रहा है।
ये तस्वीर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की बताई जा रही है। जहां एक मुस्लिम लाइन में लगे हुए लोगों की सेवा कर रहा है। यही नहीं इससे पहले भी एक खबर आई थी जो हिंदू मुस्लिम भाई चारे की मिसाल बन गई। क्या अल्लाह और क्या ईश्वर। सभी एक हैं, हमारा नजरिया बस ठीक होना चाहिए।
मुझे कोई दिक्कत नहीं होती है भगवान् शिव की पूजा करने में और दरगाह में इबादत करने में। मेरा धर्म इसमें कोई बाधा नहीं देता। मैं आज भी मुसलमान हूं और पूजा भी करता हूं।’ बात हो रही है मोहम्मद जहीर की। जब आप उनसे मिलेंगे तो उनका यही जवाब होता है।
वे पिछले कई साल से शिव मंदिर की देखरेख करते हैं। धूप-अगरबत्ती और साफ-सफाई करते हैं। दिन की शुरुआत से लेकर शाम होने तक उनका वक्त दरगाह और शिवमंदिर के बीच बीतता है।
यह शिवमंदिर बुरहानपुर से 20 किलोमीटर दूर असीरगढ़ किले के पास बना हुआ है। पुरातत्व विभाग इसकी देखरेख करता है और उसने पूजा-पाठ की जिम्मेदारी मोहम्मद जहीर को दे रखी है। वे कहते हैं कि पहले मैं मजदूर था। तभी मुझे मंदिर में काम करने का मौका मिला तो काफी खुशी हुई। मैंने इसे अल्लाह का पैगाम समझा और मान लिया।
यहां कोई दबाव नहीं है मुझ पर। जो भी लोग बाहर से आते हैं और पूजा करते हैं तो मैं भगवान शिव की प्रतिमा की साफ-सफाई करता हूं। सावन और शिवरात्रि के दिन यहां काफी संख्या में लोग आते हैं। यहां से लगभग पचास मीटर की दूरी पर दरगाह है। वहां भी मैं देखरेख, इबादत और साफ-सफाई करता हूं। मुझे दोनों ही जगह काम करने में कोई अंतर नहीं पता चलता है। आजतक किसी ने मेरी पूजा और इबादत पर सवाल नहीं उठाया है।