सेक्सुअल हेल्थ पर जागरुकता फैलाने के लिए 4 सितंबर को वर्ल्ड सेक्सुअल हेल्थ डे मनाया जाता है. महिलाएं अक्सर इस बारे में बात करने से झिझकती हैं और उन्हें कई जरूरी चीजें भी पता नहीं होती. जानकारियों के अभाव में बाद में उनके लिए मुश्किल होती है. आज हम महिलाओं के अंडाशय (ओवरी) के बारे में कुछ जरूरी बातें बताएंगे.
हमें अपने फेफड़े, लिवर, और दिल के बारे में तो बड़ी जानकारी है लेकिन ओवरी के बारे में शायद ही हमें ज्यादा पता हो. यही वो अंग है शरीर का जहां पर औरत को मां बना सकने वाले अंडे बनते हैं. अंडे वही, जो स्पर्म (शुक्राणु) के साथ मिलकर बच्चा बना सकें. ओवरी से जुड़ीं कुछ ज़रूरी बातें आपको पता होनी चाहिए-
1. ओवरी का साइज़ बदलता रहता है
शरीर के बाकी अंग भले ही एक साइज़ पर आकर रुक जाएं, ओवरीज़ हमेशा बदलती रहती हैं. ये उम्र के साथ और पीरियड्स के दौरान साइज़ में बदलती रहती हैं. जब ये अंडा बना रही होती है तो ये आकार में बढ़ जाती हैं. लगभग पांच सेंटीमीटर. सिस्ट यानी गांठ हो जाने की वजह से भी साइज़ में फ़र्क पड़ता है. पर ये कोई घबराने वाली बात नहीं है. मेनोपॉज़ के साथ ये बदलना बंद कर देती हैं. उल्टा सिकुड़ जाती हैं.
2. ओवरी को भी स्ट्रेस होता है
जिस समय आपकी ओवरीज़ अंडे बना रही होती हैं उसे ओव्यूलेशन कहते हैं. और स्ट्रेस का इस पर बहुत असर पड़ता है. मतलब अगर आप वाकई बहुत ज़्यादा स्ट्रेस में हैं, तो आपकी ओवरीज़ अंडे बनाना बंद कर देगी.
3. बर्थ कंट्रोल पिल से ओवरीज़ का स्पेशल रिश्ता है
डॉक्टरों की माने तो बर्थ कंट्रोल पिल्स ओवरीज़ का बड़ा फ़ायदा करती हैं. सुनने में अजीब लगा क्या? पर ये सच है. हम इमरजेंसी पिल्स की बात नहीं कर रहे. हम बात कर रहे हैं गर्भनिरोधक गोलियों की. उनको लेने से ओवेरियन कैंसर होने का रिस्क काफ़ी कम हो जाता है.
4.ओवेरियन सिस्ट अकसर अपने आप ठीक हो जाते हैं
ओवरी में बहुत सी औरतों को सिस्ट हो जाता है. सिस्ट बोले तो कैविटी-नुमा चीज़ जिसमें पस भर जाता है. इसे ठीक करने के लिए सर्जरी है. दवाइयां भी है. पर हर सिस्ट ख़तरनाक नहीं होता. इनमें से कई सिस्ट तीन से चार महीनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं. बिना कोई दवाई खाएं या डॉक्टर को दिखाए. इसलिए घबराइएगा मत.