आपने कई बार सुना होगा कि महिला पुलिसकर्मी को छुट्टी लेने के लिए कई बार बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कुछ काले मन के अफसर उन्हें गंदी निगाहों से देखते हैं और उनसे छुट्टी के बदले एक दिन की रात मांगने लगते हैं। ऐसा नहीं है कि ये सब बनी बनाई हुई बातें हो इसका खुलासा खुद एक महिला पुलिसकर्मी ने की है।देश में अगर पुलिस सुरक्षा और निष्ठा की बात आती है तो दिल्ली पुलिस का नाम सबसे पहले लिया जाता है। दिल्ली पुलिस अक्सर महिलाओं पर होते अत्याचारों के विरुद्ध कार्य करती रहती है। जब कभी किसी महिला के साथ कोई भी दुर्घटना होती है तो दिल्ली पुलिस महिला की बात को ही प्राथमिकता देती है। लेकिन तब क्या हो जब बात खुद दिल्ली पुलिस में काम कर रही महिलाओं के साथ हो रहे गलत व्यवहार की हो? ऐसी परिस्थितियों में आप सभी को जिम्मेदार ठहराएगें।
यह मामला भी दिल्ली पुलिस का ही है, जहां लगभग 24 महिला पुलिसकर्मियों ने एक इंस्पेक्टर पर काम के दौरान उनका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। सूत्रों के अनुसार महिला पुलिसकर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों तक अपनी शिकायत पहुंचा दी है। इंस्पेक्टर दिल्ली पुलिस के प्रोविजनिंग एंड लॉजिस्टिक यूनिट में तैनात है। नई दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित विभाग में तैनात एक महिला कांस्टेबल ने कुछ महीने पहले अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इंस्पेक्टर द्वारा यौन शोषण किए जाने की शिकायत की थीl
अपनी शिकायत में उसने इंस्पेक्टर पर यह आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर महिला कांस्टेबल से अकेले में मिलने का दबाव बना रहा था और जब उसने ऐसा करने से मना कर दिया तो वो उस महिला कांस्टेबल का शोषण करने लगा। सूत्रों के अनुसार इसके बाद दूसरी महिला पुलिसकर्मियों ने भी उस इंस्पेक्टर के बारे में ऐसी ही शिकायतें दर्ज करायीं, वो पहले खुलकर सामने नहीं आई थी पर उस महिला कांस्टेबल की पहल ने उन्हें हौंसला दिया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में महिला सुरक्षा हमेशा से ही एक चिंताजनक विषय रहा है।
आपके खरीदने से पहले कोई गाड़ी कितनी बार बेची गई, चेक करें आपके खरीदने से पहले कोई गाड़ी कितनी बार बेची गई, चेक करें अमेजिंग 30+ क्रेडिट कार्ड ऑफर्स. अभी अप्लाई करें! हाल ही में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी किये गए डाटा के अनुसार साल 2015 में दिल्ली में 1893 रेप के मामले और 4563 यौन हमले के मामले दर्ज किए गए थेl उनके अनुसार दिल्ली महिलाओं के लिए देश के सबसे असुरक्षित शहरों में एक है।
16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में चलती बस में एक महिला से हुए सामूहिक बलात्कार और हत्या की घटना के बाद राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हजारों लोग सड़कों पर उतर आए थे। विरोध प्रदर्शनों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने महिलाओं के संग होने वाले अपराधों से निपटने के लिए कड़ा कानून भी बनाया था।
हालांकि 16 दिसंबर के मामले और नया कानून बन जाने के बाद भी दिल्ली में महिलाओं के संग होने वाले अपराधों में कमी नहीं आई। दिल्ली में फिलहाल आम आदमी पार्टी की सरकार है लेकिन केंद्रशासित प्रदेश होने के कारण दिल्ली पुलिस भारत के गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है। महिला सुरक्षा और पुलिस पर नियंत्रण को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार और केंद्र सरकार के बीच तकरार होती रही है।