अपने इस्तीफे की घोषणा करने के एक महीने बाद लेबनान के प्रधानमंत्री साद हरीरी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. कैबिनेट के एक बयान के मुताबिक हरीरी ने कहा कि मंत्रिपरिषद ने इस्तीफा वापस लाने को लेकर उनका शुक्रिया अदा किया. महायुद्ध के आसारः रूस ने शुरू कर दी वर्ल्ड वॉर-3 की तैयारी…
हरीरी के इस्तीफा वापस लेने के बाद पीएम आवास के बाहर सैकड़ों समर्थकों ने जश्न मनाया. इससे पहले पीएम के इस्तीफा परल प्रतिक्रिया देते हुए सऊदी अरब की ओर से कहा गया था कि लेबनान के PM को इस्तीफा देना पड़ा, क्योंकि हिजबुल्ला, ईरान के इशारे पर काम कर रहा है. हरीरी और हिजबुल्ला के गठबंधन वाली सरकार टूट जाने की वजह से लेबनान में राजनीतिक संकट गहरा गया.
गौरतलब है कि हरीरी ने सऊदी अरब से टीवी पर दिए अपने संबोधन में चार नवंबर को इस्तीफे की घोषणा की थी. सऊदी और इसके क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी ईरान के बीच तनाव के मद्देनजर उनका इस्तीफा आने की बात समझी जा रही थी. हरीरी ने अपने इस्तीफे में ईरान और सशस्त्र आंदोलन हिजबुल्ला की आलोचना की थी.
हरीरी के इस कदम के सपोर्ट में सऊदी अरब, अमरीका और फ्रांस हैं. वहीं लेबनान के ताकतवर हिजबुल्ला शिया आंदोलन को ईरान का समर्थन प्राप्त है. इस मामले की वजह से पश्चिम एशिया के देशों में भयंकर तनाव की स्थिति बनी हुई है.