मां और वो तीनों जो कर रहे थे, लाइट चालू होने से सब दिख रहा था
इंदौर। पिता की हत्या की चश्मदीद गवाह चांदनी ने कोर्ट में दो घंटे खड़े रहकर मां और उसके प्रेमी की करतूतें बताईं। उसने वे सब बातें बताई, जो घटना वाली रात हुई थीं।
बहुचर्चित तुलसीराम जोशी हत्याकांड में डेढ़ साल बाद शुक्रवार को उसकी बेटी 9 वर्षीय चांदनी के जिला कोर्ट में जज धीरेंद्र सिंह के समक्ष बयान हुए। एजीपी अभिजीत राठौर ने बताया करीब दो घंटे चले बयान में चांदनी ने कहा- ‘मां ने ही दरवाजा अंदर से खोला था और विशाल, चिंदू सहित तीन लोग अंदर आए। मेरी नींद खुल गई थी तो मां ने मेरा मुंह दबा दिया। लाइट चालू होने से मुझे वो सब दिख रहा था, जो उस वक्त घर में हो रहा था।
फिर अंकलों ने पापा का गला घोंटकर मार डाला। मां ने कहा कि पापा को सांस की बीमारी है इसलिए वे लोग इलाज कर रहे हैं। बाद में वे पापा को उठाकर अपने साथ ले गए। मैंने जब मां से पूछा कि पापा कहां हैं तो मां ने कहा था कि वे लोग पापा को अस्पताल ले गए हैं। थोड़ी देर इलाज कराने के बाद ले आएंगे।’ इसके अलावा उसने मां और उसके प्रेमी की करतूतें भी बताई।
भीलवाड़ा में हो चुका अपहरण का प्रयास
पिता की हत्या के बाद से ही चांदनी और उसके भाई को चाचा माधव जोशी भीलवाड़ा ले गए। इधर, आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कुछ माह बाद भीलवाड़ा में माधव के घर पर बदमाश पहुंचे, हमला किया औऱ चांदनी के अपहरण का भी प्रयास किया। वहां के लोगों की सजगता से चांदनी बच गई, लेकिन बदमाश भाग निकले। तभी से चांदनी को जान का खतरा था।
गुरुवार को चांदनी की सुरक्षा के लिए राजस्थान के दो पुलिसकर्मी भी पहुंचे थे। शाम को एएसपी पश्चिम ने उसकी सुरक्षा की सारी व्यवस्था करवाई और अगले दिन उसकी सुरक्षा में भारी पुलिस बल लगाया गया। चांदनी का प्रति परीक्षण शुक्रवार को अधूरा रहा। केस में अब 22 और 23 फरवरी को सुनवाई होगी।