खासकर प्राइवेट क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के लिए यह एक बेहद खास योजना है। अटल पेंशन योजना में न केवल आप कम राशि जमा करवाकर हर महीने ज्यादा पेंशन के हकदार बन सकते हैं, बल्कि असामयिक मृत्यु की दशा में अपने परिवार को भी इसका फायदा दिलवा सकते हैं। हम अपनी इस खबर के माध्यम से आपको इससे जुड़ी हर छोटी बड़ी बात बताएंगे।
क्या था योजना का मकसद: बुढ़ापे में व्यक्ति को सहारा देने लिहाज से यह एक खास योजना है। इस पेंशन फंड को इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी चलाती है। आप वृद्धावस्था के दौरान अपने सहारे के लिए इस योजना का चयन कर सकते हैं।
क्या हैं योजना के फायदे:
यह असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले 18 से 40 वर्ष की उम्र के लोगों के लिए है। यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो आयकर का भुगतान नहीं करते हैं और जिनका ईपीएफ और ईपीएस अकाउंट खाता नहीं है।
इसके तहत आप 60 वर्ष की उम्र में पेंशन के हकदार होंगे। इस योजना में 1000 रुपए से 5000 रुपए तक की पेंशन मिलेगी।
अगर आप अटल पेंशन योजना के अंतर्गत 42 रुपए मासिक की राशि जमा करवाते हैं तो आपको 60 वर्ष की उम्र के बाद 1000 रुपए की मासिक पेंशन मिलेगी।
वहीं 210 रुपए हर महीने जमा कराने वाले को 60 वर्ष का होने पर 5000 रुपए की पेंशन मिलेगी। योगदान राशि बैंक अकाउंट से ऑटो डेबिट हो जाएगी। 31 मार्च 2016 तक जो भी लोग इस योजना का हिस्सा बन चुके हैं उनके पहले 5 बरसों में जमा होने वाली रकम का 50 फीसद का योगदान सरकार देगी।
60 वर्ष के बाद अगर अकाउंट होल्डर की मौत हो जाती है तो पेंशन की रकम उसके जीवनसाथी को दे दी जाएगी। वहीं अगर किसी सूरत में पत्नी की भी मौत हो जाती है तो नॉमिनी की एकमुश्त रकम मिलेगी जो कि 1000 रुपए पेंशन के लिए 1 से 7 लाख और और 5000 रुपए पेंशन के लिए 5 से 8 लाख रुपए होगी।
जानिए कितनी पेंशन के लिए आपको देना होगा कितना रुपया: इस योजना के अंतर्गत आप अपनी उम्र और ऐच्छिक पेंशन के हिसाब से प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। मान लीजिए आपकी उम्र 18 वर्ष है और आप 60 वर्ष की उम्र के बाद 1000 रुपए की मासिक पेंशन चाहते हैं तो आपको इसके लिए सिर्फ 42 रुपए मासिक देने होंगे। वहीं आपको 2000 रुपए की मासिक पेंशन के लिए 84 और 3000 रुपए की मासिक पेंशन के लिए 126 रुपए देने होंगे। अपनी उम्र के हिसाब से जानिए आपको कितनी रकम देनी होगी।