मानसूनी सिस्टम के कमजोर पड़ने से जबलपुर में पिछले तीन दिनों से झमाझम बारिश नहीं हुई है। हालांकि रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी मध्यम बौछारें मानसूनी सीजन का अहसास करा रही हैं। मौसम विभाग भी ये साफ कर चुका है कि मध्य प्रदेश के उत्तरी-मध्य क्षेत्र में कम दाब का क्षेत्र बन रहा है। लेकिन झमाझम बारिश के आसार कम ही है। इसके असर से जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती है।
पल-पल बदल रहा मौसम: सिस्टम कमजोर पड़ने से मौसम भी पल-पल रंग बदल रहा है। कभी मौमस पूरी तरह से साफ हो रहा तो कुछ ही देर बाद आसमान पर बादलों का डेरा नजर आ रहा है। चंद बूंदाबादी कर बादल आगे बढ़ जाते हैं। इसके बाद धूप फिर बौछारें और फिर भी बादल छा रहे हैं। रविवार को भी मौसम इसी प्रकार का बना रहा।
साढ़े 16 इंच हुई बारिश: मानसूनी सीजन में अभी तक 421.7 मिमी यानी करीब साढ़े 16 इंच ही बारिश रिकार्ड की गई है। जबलपुर में करीब 52 इंच बारिश होती है। बीते 24 घंटे में सिर्फ 0.2 ही मिमी बारिश दर्ज की गई है। बहरहाल मौसम विभाग की माने तो बारिश का नया सिस्टम बन रहा है। वर्तमान में मध्य प्रदेश के उत्तरी-मध्य क्षेत्र में निम्न दाब क्षेत्र सक्रिय है। उधर उत्तरी बंगाल की खाड़ी में में अन्य चक्रवातीय परिसंचरण भी सक्रिय है। जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती है।
तापमान बढ़ा : बारिश न होने से अब वातावरण में छाई नमी भी खत्म हो रही है। जिसके कारण तापमान भी बढ़ने लगा है। रविवार को अधिकतम तामपान दो डिग्री बढ़कर 28 और न्यूनतम तापमान भी दो डिग्री बढ़कर 24 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features