मालदीव की राजनीति में बीते 13 दिनों से चल रही उठापटक थमने के बजाय और बढ़ती जा रही है। मालदीव की राजधानी माले में विपक्षी दलों, प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच शनिवार को भी टकराव हुआ। इस दौरान पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है। बता दें कि राजधानी माले समेत पूरे देश में सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं।
सेना ने सभी सांसदों को बाहर फेंका
मालदीव में राजनीतिक संकट तब और गहरा गया जब सेना ने संसद में मौजूद हर सांसद को उठा कर बाहर फेंक दिया। मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने भी सांसदों को बाहर फेंके जाने से संबंधित तस्वीरें और वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किए हैं।
उधर, बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए रोजाना सैकड़ों पर्यटक मालदीव में होटल बुकिंग रद्द कराने लगे हैं जिससे देश पर आर्थिक संकट भी मंडराने लगा है। हालांकि सरकार उन्हें आश्वस्त करने की कोशिश में जुटी हुई है कि राजधानी से दूर रिसोर्ट आइलैंड पर चीजें जल्द सामान्य हो जाएंगी।
एमडीपी के महासचिव अनस अब्दुल सत्तार ने ट्वीट किया है कि सेना ने सांसदों को मजलिस परिसर से बाहर फेंक दिया। चीफ जस्टिल अबदुल्ला सईद सच सामने ला रहे थे। उन्हें भी उनके चैंबर से घसीट कर ले जाया गया, पार्टी इसकी घोर निंदा करती है।
मंगलवार को सेना ने संसद को चारों ओर से घेर लिया था और सांसदों को संसद में घुसने नहीं दिया था। गौरतलब है कि मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने देश में इमरजेंसी का एलान कर रखा है।
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