नाइजर के साथ लगने वाली माली की सीमा के पास दो अलग-अलग हमलों में संदिग्ध जेहादियों ने कम से कम 40 नागरिकों की हत्या कर दी. माली में एक गवर्नर ने यह जानकारी दी. हाल के वर्षों में यहां हमलों की संख्या में इजाफा हुआ है. मेनाका के गवर्नर दाओदा मैगा ने शनिवार (28 अप्रैल) को कहा कि मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गुरुवार (26 अप्रैल) और शुक्रवार (27 अप्रैल) को हमले को अंजाम दिया. उन्होंने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि क्षेत्र में तुआरेग समूह के साथ सैन्य कार्रवाई के विरोध में इस्लामिक स्टेट ऑफ ग्रेटर सहारा के फुलानी सदस्यों ने यह हमला किया.
पूर्वोत्तर माली में हाल के महीनों में तुआरेग नागरिक सुरक्षा समूहों ने फ्रांसीसी सैनिकों के समर्थन से जेहादियों के खिलाफ मोर्चा संभाला हुआ है. जेहादियों के इस हमले को तुआरेग और फुलानी चरवाहों के बीच जमीन को लेकर चल रहे विवाद को और हवा देने के मकसद से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
सरकार समर्थक तुआरेग समूहों गातिया और एमएसए की ओर से जारी बयान के मुताबिक बृहस्पतिवार (26 अप्रैल) को अंदेरामबोकेन के शहर के बाहर 16 बंदूकधारी मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए और उन्होंने “नागरिकों पर गोली चला दी”. माली के एक आधिकारिक सूत्र ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया, “मृतकों में छोटे बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं.’’
एमएसए ने बताया कि उसके एक गश्ती दल ने हमलावरों का पीछा किया और चार लोगों को सुरक्षित स्थान पर भी पहुंचाया. एमएसए ने बताया कि हमलावरों से हथियार और मोटरसाइकिल छीनने के क्रम में उन्होंने अपना एक लड़ाका खो दिया.
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