आंगड़िया उगाही केस में क्राइम ब्रांच का दावा है की मुंबई के डीसीपी सौरभ त्रिपाठी एक्सटॉर्शन के पैसे लखनऊ हवाले के जरिये भेजवाते थे. मुंबई क्राइम ब्रांच की CIU टीम ने UP के लखनऊ से एक शख्स को गिरफ्तार किया है ये वो शख्श है जिसके पास सौरभ त्रिपाठी का पैसा हवाले नेटवर्क के जरिये पहुंचता था. सौरभ त्रिपाठी यूपी के कानपुर के रहने वाले है.
आंगडिया से वसूली गई रकम डीसीपी त्रिपाठी हवाले के जरिये यूपी पहुचाते थे. आंगडिया से एक्सटॉर्शन मामले में क्राइम ब्रांच ने अब तक कुल 4 आरोपियो को गिरफ्तार किया है, जिसमे से 3 पुलिस अधिकारी है. हालांकि क्राइम ब्रांच सौरभ त्रिपाठी की तलाश कर रही है, इस कि जांच के लिए कुल 5 टीमें तैयार की गई है जो अलग अलग एंगल से जांच में जुटी है.
कल गिरफ्तार पुलिस अधिकारी ओम वंगाते की पुलिस कस्टडी खत्म हुई, कल आरोपी ओम वंगाते को कोर्ट में पेश किया गया जहा कोर्ट ने ओम को जुडिशल कस्टड़ी में भेज दिया है. गिरफ्तारी से बचने के लिए डीसीपी सौरभ त्रिपाठी ने सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है.
ऐसे सामने आया मामला
बता दें कि इस पूरे मामले का खुलासा 2 दिसंबर, 2021 को हुआ था. तब कुछ पुलिसवाले आंगड़िया के बिजनेस से जुड़े कई लोगों को मुंबा देवी बीट चौकी लेकर गए. उस दौरान जिनके पास 5 लाख कैश मिला, उनसे 50 हजार रुपये लिए गए. वहीं चौकी से गुजरने वालों में जिनके पास 10 लाख या ज्यादा कैश मिला, उनसे 1 से 2 लाख रुपये तक लिए. इस दिन के बाद एक 3 और चार दिसंबर को एक बार फिर इसी तरह की उगाही की गई. उगाही के तंग आकर आंगड़िया असोसिएशन के दो लोगों ने जोन दो के डीसीपी सौरभ त्रिपाठी से मुलाकात की. मुलाकात के बाद डीसीपी पर आरोप लगा कि वह उस वक्त उनसे हर महीने दस लाख रुपये की डिमांड की, तो इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर से की गई