मुंबई क्रिकेट कम्यूनिटी को रविवार को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब 2006-07 रणजी विजेता टीम के सदस्य रहे राजेश वर्मा का दिल का दौड़ा पड़ने से निधन हो गया है। वे महज 40 साल के थे। उन्होंने अपने निवास स्थान जोकि थाने में स्थित है अंतिम सांस ली। उन्होंने 2002-02 से लेकर 2008-09 सीजन तक 7 फर्स्ट क्लास मैच खेले और उऩके खाते में 23 विकेट दर्ज हैं जिसमें एक बार उन्होंने 5 विकेट भी लिए थे।

इसके अलावा उन्होंने 11 लिस्ट ए मैच में 20 विकेट हासिल किए। टी20 क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 4 टी20 मैच खेले और उसमें विकेट हासिल किए। उनके निधन पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने ट्विटर के माध्यम से शोक जताया है। एमसीए के द्वारा ट्विट कर लिखा गया है कि मुंबई क्रिकेट संघ श्री राजेश वर्मा के निधन के बारे में सुनकर बेहद दुखी है। हम एमसीए के शीर्ष परिषद सदस्यों, सभी क्लब सदस्यों और पूरी क्रिकेट बिरादरी की ओर से उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। उनके साथी खिलाड़ी भाविन ठक्कर ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मैं बेहद दुखी हूं हमने अंडर-19 से लेकर अपनी क्रिकेट जर्नी एक साथ बिताई। 20 दिन पहले वे बीपीसीएल दौरे के लिए मेरे साथ थे।
भारत के पूर्व बल्लेबाज जतिन परांजपे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “ये बहुद दुखद समाचार है। वे एक बेहतरीन गेंदबाज थे। वे गेंदों को स्विंग करा सकते थे। उन्होंने पुरानी दिनों को याद करते हुए कहा कि उनके पिता वडाला के स्कूल में वड़ा पाव बेचते थे। वे मेरे पास आए और कहा वह अच्छा गेंदबाज है लेकिन उसे कहीं से खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। वह ‘एफ’ डिवीजन में माटुंगा जिमखाना के लिए खेलते थे, जहां से मैं उन्हें ए डिवीजन में सीसीआई के लिए खेलने के लिए ले गया। उन्होंने वहां के सभी बल्लेबाजों को परेशान किया और उस साल हमने अपनी कप्तानी में पांच खिताब जीते”
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