जुलाई-सितंबर की तिमाही में देश के 8 बड़े शहरों में घरों की बिक्री 35 फीसदी तक घटी है. गुड़गांव, नोएडा, मुंबई समेत अन्य शहरों में बिल्डरों को खरीददार नहीं मिल रहे हैं. वहीं, बिल्डरों की तरफ से घरों की पेशकश करने के आंकड़ो में भी कमी आई है. इस दौरान बिल्डरों ने 83 फीसदी घर कम पेश किए. रिसर्च फर्म प्रॉपइक्विटी ने गुरुवार को यह रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट ने इस मंदी के लिए प्रॉपर्टी बाजार में कम मांग होने को जिम्मेदार माना है.
ये हैं वो आठ शहर
रिपोर्ट के मुताबिक 2017 की तीसरी तिमाही में 8 शहरों में 22,699 आवासीय इकाइयां बिकीं. जबकि पिछली तिमाही में यह आंकड़ा 34,809 पर था. यह आंकड़ा गुड़गांव, नोएडा, मुंबई, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई का है.
नई परियोजनाओं में कमी बनी कारण
प्रॉपइक्विटी के मुताबिक, ‘‘नई परियोजनाओं में कमी की वजह से यह स्थिति बनी है।’’ फर्म ने उम्मीद जताई है कि मौजूदा तिमाही में घरों की मांग बढ़ सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई-सितंबर अवधि में नये घरों की पेशकश 83 प्रतिशत घटकर 4,313 इकाई रह गई. यह इससे पहले की तिमाही में 24,900 इकाई थी।
जीएसटी का है असर
रिपोर्ट के मुताबिक घरों की मांग घटने के लिए जीएसटी कुछ हद तक जिम्मेदार है. रिपोर्ट में कहा गया है कि रियल इस्टेट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (रेरा) जीएसटी के बेहतर क्रियान्वयन में व्यस्त थी. अब जब यह काम निपट चुका है ,तो अथॉरिटी घरों की मांग बढ़ाने और इसकी आपूर्ति पूरी करने में मदद करेगा.
फेस्टिव सीजन से मिलेगी मदद
इस तिमाही में घरों की मांग तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. बिल्डरों की तरफ से दिए जा रहे खास ऑफर इसमें मदद कर सकते हैं. बिल्डरों को भी उम्मीद है कि इस त्योहारी सीजन में उनकी बिक्री बढ़ेगी. कई बिल्डर खरीददारों को जीएसटी लागू होने का फायदा दे रहे हैं. इसके चलते खरीददारों को घर खरीद पर भारी डिस्काउंट मिल रहा है.
मॉड्युलर किचन समेत दे रहे हैं कई ऑफर
नोएडा, गुड़गांव समेत अन्य शहरों बिल्डर इस फेस्टिव सीजन घर खरीददारों को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे. बिल्डर्स लगातार नये-नये ऑफर लेकर आ रहे हैं. कुछ मॉड्युलर किचन समेत फ्री पार्किंग स्पेस दे रहे हैं, तो वहीं कुछ ने कई सालों तक मेंटेनेंस चार्ज न लेने का ऑफर भी दिया है.