मुंहासों से अगर लाख कोशिशों के बाद भी छुटकारा नहीं मिल पा रहा है तो इस बार कुछ अलग ट्राई कीजिए। योग में मुंहासों से निजात पाने के लिए कुछ आसन दिए गए हैं जिनका नियमित अभ्यास कर के इनसे छुटकारा पाया जा सकता है।
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मुंहासों के पीछे सिर्फ तैलीय त्वचा ही नहीं, बल्कि शरीर में मौजूद टॉक्सिन और हार्मोंस का असंतुलित होना भी एक कारण होता है। यह आसन करने से आपकी सभी त्वचा संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
पवन मुक्तासन
अपनी पीठ के सहारे लेटें और अपने पैरों को मोड़ते हुए सीने की तरफ लाएं। अब अपने दाएं घुटने को अपने बाएं हाथ से पकड़ें और बाएं घुटने को दाएं हाथ से। फिर अपने चेहरे को दोनों घुटनों के बीच में रखें। 3 से 5 मिनट ऐसे ही लेटें रहें। यह स्ट्रेस और डिप्रेशन कम करने में मददगार होता है।
विपरीत करणी
अपनी पीठ के बल लेट कर दोनों पैरों को दीवार के सहारे उपर उठाएं। अब हथेली को उपर रख कर दोनों हाथों को आगे की तरफ फैलाएं। आखें बंद कर के लंबी सांस लें। ऐसा 5 से 10 मिनटों के लिए करें। यह करने से चेहरे में रक्त का संचार होता है और त्वचा को रिलैक्स होने का मौका मिलता।
कपालभाति
इसे करने के लिए पहले पद्मासन में बैठ जाएं। गहरी सांस खींचते हुए कई बार लगातार सांस छोड़ें। कपालभाति के नियमित अभ्यास से शरीर को बहुत से फायदे मिलते हैं। इससे शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन का प्रवाह होता है और पाचन ठीक रहता है। पाचन का ठीक ना रहना भी मुंहासों का कारण होता है।
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त्रिकोणासन
यह आसन करने के लिए दोनों पैरों के बीच में स्पेस देते हुए सीधा खड़े हो जाएं। फिर दोनों हाथों को कंधों के समानांतर उठाएं। अब दाहिने हाथ को दाहिने पैर के पंजों से छूने की कोशिश करें और फिर सीधे हो जाएं। सिर को ऊपर की ओर उठाएं। यही दोनों हाथों-पैरों के लिए दोहराएं।
उत्तानासन
इसके लिए सीधे खड़े होकर दोनों हाथों को लंबी सांस लेते हुए ऊपर की ओर ले जाएं औप फिर सांस छोड़ते हुए नीचे जमीन की ओर ले जाएं। फिर पैरों के अंगुठे छूने की कोशिश करें। ऐसा करने से शरीर में रक्त संचार तेज होता है जिससे त्वचा निखरती है।