टोक्यो ओलंपिक को लेकर पूरी दुनिया बेहद उत्साहित है। इस बीच इजरायल-फिलीस्तीन के मध्य तनाव का प्रभाव अब ओलंपिक के मैदान में भी देखने को मिल रहा है। एक सप्ताह के अंदर ही दो प्लेयर्स ने इजरायल के जूडो एथलीट टोहार बुटबुल के विरुद्ध खेलने से इंकार कर दिया है। अल्जेरिया के Fethi Nourine ने एक सप्ताह पूर्व ही 73 किलो की जूडो प्रतियोगिता से अपना नाम वापस ले लिया था क्योंकि उनका मुकाबला 27 वर्ष के बुटबुल के साथ होना था। नौरिन ने ये निर्णय इजरायल-फिलीस्तीन संघर्ष को देखते हुए लिया था। नौरीन ने बताया कि वे इजरायल के अत्याचार के विरुद्ध फिलीस्तीन का सपोर्ट कर रहे हैं।
वही नौरीन के पश्चात् अब सूडान के मोहम्मद अब्दुल रसूल ने इसी इजरायली प्लेयर के विरुद्ध मुकाबले से अपना नाम वापस ले लिया है। जूडो के विश्व में 469वीं रैंक वाले रसूल ने हालांकि अब तक ये स्पष्ट नहीं किया है कि उन्होंने इस मैच से बाहर रहने का निर्णय आखिर क्यों किया है। इससे पूर्व अल्जेरियन टेलीविज़न के साथ चर्चा में नौरीन ने बताया था कि मैंने ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने के लिए बेहद श्रम किया है मगर फिलीस्तीन का मसला इस सबसे बहुत बड़ा है। मैं हमेशा से ही फिलीस्तीन पर अपने स्थान को लेकर दृढ़ रहा हूं।
साथ ही उन्होंने आगे बताया था कि मैं इन खेलों में इजरायल द्वारा किए जा रहे अत्याचार के सामान्यीकरण के विरुद्ध हूं तथा यदि इसके चलते मुझे ओलंपिक खेलों से बर्खास्त होना पड़ता है तो मैं इसके लिए भी तैयार हूं। मुझे आशा है कि ऊपर वाला सब देख रहा है तथा वो इसकी भरपाई करेगा। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी नौरिन का मुकाबला 2019 के विश्व चैंपियनशिप में बुटबुल से होना था मगर उस वक़्त भी नौरिन ने इस मैच से अपने आप को भिन्न कर लिया था। तत्पश्चात, इंटरनेशनल जूडो फेडरेशन नौरिन को निलंबित भी कर दिया था।
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