लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को लेकर विपक्ष पर करारा हमला किया है। उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार कह रही है कि मंडियां समाप्त नहीं होंगी, एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) खत्म नहीं होगी, फिर भी किसानों को गुमराह किया जा रहा है। मंडियों को ई तकनीक से जोड़ने का कार्य हुआ है। मंडी शुक्ल 1 फीसद किया गया। बावजूद इसके किसान हितों से खिलवाड़ करने वाले ओछी राजनीति कर रहे हैं। किसान के जीवन में खुशहाली लाने के लिए ही प्रधानमंत्री ने कृषि कानूनों में बदलाव किया है। जिन्हें किसानों की प्रगति अच्छी नहीं लगती, देश का विकास अच्छा नहीं लगता, किसानों के चेहरे पर खुशहाली अच्छी नहीं लगती, वह लोग किसानों को भड़काने में लगे हैं।
यह बातें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118 वीं जयंती के अवसर पर लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में सबसे अधिक काम किए। किसानों के जीवन में आ रहे व्यापक बदलावों के लिए प्रधानमंत्री निरन्तर प्रयासरत हैं। किसान बिना किसी टैक्स के देश की किसी भी मंडी में अपने उत्पाद बेच सकते हैं। कृषि, पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन आदि क्षेत्रों में समन्वय स्थापित कर किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता स्पष्ट की है। केंद्र और प्रदेश सरकार के प्रयासों से किसानों के जीवन में खुशहाली लाने का कार्य हुआ है।
किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले सत्ता पर काबिज होते ही मौन हो जाते थे: सीएम योगी
उन्होंने कहा कि सरकार ने रमाला चीनी मिल चालू कर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को सच्ची श्रृद्धांजलि दी है। रमाला में 50 हजार कुंतल प्रतिदिन गन्ना की पेराई हो रही है। सरकार ने चौधरी साहब को सम्मान देने के साथ ही किसानों का भी मान बढ़ाया है। चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि बागपत की रमाला चीनी मिल 30 वर्षों से बंद थी। उस चीनी मिल का नवीनीकरण और विस्तारीकरण नहीं किया गया था। किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले लोग सत्ता पर काबिज होते ही मौन हो जाते थे, कभी उनकी चिंता नहीं करते थे।
केंद्र की तर्ज पर प्रदेश सरकार ने भी किसान हित में उठाए महत्वपूर्ण कदम
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने ₹1.2 लाख करोड़ का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराया और बंद हो चुकीं चीनी मिलों को फिर से शुरू कराया। आज प्रदेश में चीनी मिलों का विस्तारीकरण किया जा रहा है। केंद्र सरकार की तर्ज पर प्रदेश सरकार ने भी किसान हित में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। चाहे वह ₹36,000 करोड़ से 86 लाख किसानों का ऋणमोचन हो या लंबित सिंचाई परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का कार्य, प्रदेश सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता स्पष्ट की है।
25 को किसानों के खातों में ₹18 हजार करोड़ भेजेंगे पीएम: सीएम
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसम्बर को किसान सम्मान निधि की अगली किश्त के रूप में किसानों के खातों में ₹18 हजार करोड़ भेजने वाले हैं, जिससे अन्नदाताओं के लिए समृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया जा सके। ₹54 हजार करोड़ वार्षिक और ₹18 हजार करोड़ की धनराशि प्रत्येक चार माह में प्रधानमंत्री द्वारा सम्मान निधि के तहत किसानों के खातों में भेजी जाती है। इससे किसान समय पर खाद, बीज, कृषि रसायन खरीद कर खेती के लिए अपनी जरूरत को पूरा करता है।
बिचौलियों और साहूकारों से मुक्ति के लिए विशेष व्यवस्था: सीएम योगी
उन्होंने कहा कि किसानों को बिचौलियों और साहूकारों से मुक्ति मिल सके, इसके लिए भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों को सहायता पहुंचाई जा रही है। इसके तहत प्रत्येक किसान के खाते में ₹6 हजार प्रतिवर्ष भेजने की व्यवस्था है। किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए लागत का डेढ़ गुना दाम तय किया गया है। प्रत्येक किसान को एमएसपी का लाभ मिल सका, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच का परिणाम है।
एमएसएमई का कृषि से जुड़ाव: सीएम
उन्होंने कहा कि किसान को तकनीक के साथ जोड़ने का कार्य चल रहा है। किसानों को मृदा परीक्षण की सुविधा दी गई। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को आगे बढ़ाया गया। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से हर खेत तक पानी पहुंचाया गया। किसानों से जुड़े कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि स्थानीय उत्पाद देश की प्रगति का आधार बनेगा। इस स्थानीय उत्पाद का कृषि से जुड़ाव है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम से जुड़ाव है। स्थानीय उत्पादों से जुड़े शिल्पकार गांवों और कस्बों में बसते हैं।
भारत में समृद्धि तब आएगी, जब किसान समृद्धशाली होगा:सीएम
उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह कहा करते थे कि देश की खुशहाली का रास्ता खेतों से होकर जाता है। यानि भारत की प्रगति तब होगी, जब देश का किसान प्रगतिशील होगा। भारत में समृद्धि तब आएगी, जब किसान समृद्धशाली होगा। कृषि प्रधानता ही भारत की अर्थव्यवस्था का आधार है।
89 कृषि विज्ञान केंद्र किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कर रहे काम: योगी
उन्होंने कहा कि प्रदेश के चार कृषि विश्वविद्यालयों के माध्यम से कृषि विज्ञान केंद्रों को जोड़ा गया है। झांसी केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय शुरू हुआ है। बीएचयू के कृषि संकाय को किसानों से जोड़ा गया है। 89 कृषि विज्ञान केंद्र किसानों की आय दोगुनी करने के लिए काम कर रहे हैं। सरकार किसानों के हित में प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। सरकार किसानों की लागत को कम करने और उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दे रही है। प्रदेश के किसानों को ट्रैक्टर प्रदान किए जा रहे हैं। 20 कृषि विज्ञान केंद्रों को स्थापित करने का संकल्प पूरा किया है।